बड़कोट: शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने प्राथमिक स्कूलों में माध्यकी की तर्ज पर अतिथि शिक्षक (गेस्ट टीचर) तैनात करने का ऐलान किया है। शिक्षा मंत्री के इस ऐलान के साथ ही विरोध भी शुरू हो गया है। बीएड और टीईटी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने फैसले के विरोध में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रशिक्षित बेरोजगारों ने वर्चुअल बैठक कर आंदोलन की रणनीति पर भी चर्चा की।
बीएड-टीईटी प्रशिक्षित महासंघ के प्रदेश महासचिव बलबीर बिष्ट ने ने कहा कि सरकार एक तरह तो अतिथि शिक्षकों को भर्ती करने की घोषणा कर रही है औद दूसरी ओर लंबे समय से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती को लटकाया हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती करवाने में असफल रहे हैं।
शिक्षा विभाग ने 9 नवंबर 2020 को 2288 पदों पर प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जनपदवार जारी किया था। प्रदेश के सभी जिलों 35,000 से 40,000 तक आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में जमा हैं। बेरोजगार पिछले 9 माह से भर्ती की राह ताक रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। भर्ती की बजाय अतिथि शिक्षकों को तैनात करने का ऐलान कर रही है।
शिक्षा विभाग भर्ती प्रक्रिया को सम्प्पन करवाने के बजाए उच्चन्यालय का हवाला देकर जिम्मेदारी भाग रहा है। प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र तोमर ने शिक्षा मंत्री के प्राथमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों के बयान की निंदा की और आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि सरकार को गतिमान भर्ती में प्राथमिक विद्यालयों में समस्त रिक्त पदों को सम्मिलित करते हुए सीघ्र भर्ती संपन्न करानी चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता राजीव चैहन ने कहा कि बीएड-टीईअी प्रशिक्षित संगठन प्राथमिक विद्यालयों में अथिति शिक्षकों का विरोध करेगा और सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा।
वर्चुअल बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्य परमार, प्रदेश कार्यकारी मीडिया प्रभारी मनोज जयंत, विवेक नैनवाल, संरक्षक देशराज, कोरद्वार से अरुण मेंदोला, हरीश आर्य, उधमसिंह नगर से राकेश रौथाण, तारा जोशी, मालधन नैनिताल से चंद्रप्रकाश, सोहनलाल, हरिद्वार से जयबीर, प्रमोद, गौरव, किशोर, झल सिंह के साथ ही प्रदेश सलाहकार अर्पण जोशी, पवन जगवाण, गिरीश जोशी, नरेंद्र बिष्ट, ममता, मीरा बसेड़ा, विजय लक्ष्मी, दिनेश और प्रदेश भर के बीएड-टीईटी प्रशिक्षित बैठक में मौजूद रहे।