देहरादून : UKSSSC पेपर लीक मामले में अब तक 18 गिरफ्तारियां हो चुकी है. एसटीएफ ने बीते दिन उत्तरकाशी मोरी के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत को गिरफ्तार करलिया है जो की इस मामले में मास्टर माइंड बताया जा रहा है. बता दें कि हाकम अन्य राज्य में भागने की फिराक में था जिसे एसटीएफ ने हिमाचल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है.
मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में पहले तनुद शर्मा की गिरफ्तारी हुई थी. तनुज शर्मा ने पूछताछ मे कई नाम खोले. साक्ष्यों के आधार पर पेपर लीक कराने में मुख्य भूमिका हाकम सिंह रावत पुत्र जिला पंचायत सदस्य मोरी विकासखंड, भूमिका सामने आई जिसके बाद से ही वो एसटीएफ की रडा़र पर था।
जांच के दौरान हाकम सिंह रावत की तलाश में एसटीएफ टीम रवाना हुई थी।इस दौरान सूचना मिली कि हाकम अपनी एक इनोवा से त्यूणी के रास्ते हिमाचल फरार हो रहा है. इसकी सूचना तुरंत बॉर्डर पर नाकेबंदी करवाई गई और स्थानीय पुलिस को अलर्ट कर त्यूणी आराकोट मार्ग पर रुकवाया जिसे एसटीएफ टीम उसे अपने साथ पूछताछ के लिए देहरादून एसटीएफ कार्यालय लाई ।
हाकम सिंह जिला पंचायत सदस्य ने पूछताछ में कई राज खोले. उसने बताया गया कि वह वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य जखोल और इससे पूर्व में 2008 से 2013 तक ग्राम प्रधान लीवाड़ी रहा है। 2021 का स्नातक स्तरीय प्रश्नपत्र को लीक करवाने में इसकी अहम भूमिका थी. हाकम ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी है और यूपी के धामपुर शहर में ही उसने अपने कई कैंडिडेट को ले जाकर यह प्रश्न पत्र याद करवाया था। गिरफ्तार अभियुक्त तनुज शर्मा के घर पर करीब 22 लड़कों को यह प्रश्न पत्र परीक्षा से एक रात पहले भी याद करवाया गया था।
हाकम सिंह रावत 4 दिसंबर 2021 को कुछ छात्रों को दो वाहनों में लेकर धामपुर गया था जिसमे गिरफ्तार अभियुक्त तनुज शर्मा भी था।हाकम सिंह रावत की गहन पूछताछ में कुछ अन्य के नाम प्रकाश में आए हैं जिनकी तलाश के लिए टीमें रवाना कर दी गई है। कई सफेदपोश इसमे फंस सकते हैं