देहरादून : नाबालिक बालिका के साथ हुई दुष्कर्म की घटना में शामिल पांचो अभियुक्तो को दून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कैसे उन्होंने घटना को अंजाम दिया।
आईएसबीटी में नाबालिक बालिका के साथ हुई दुष्कर्म की घटना में प्रकाश में आये पांचो अभियुक्तों को पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिनसे विस्तृत पूछताछ में उनके द्वारा नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म किया जाना प्रकाश में आया, जिस पर पुलिस ने पांचो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। घटना में प्रयुक्त उत्तराखंड परिवहन निगम की बस संख्या – UK 07 PA 5299 को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक टीम द्वारा जांच कर बस से एविडेंस एकत्रित किए गए।
नाम/पता गिरफ्तार अभियुक्त
(1) धर्मेंद्र कुमार पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, उम्र 32 वर्ष ( चालक बस संख्या – UK 07 PA 5299)
(2) देवेंद्र पुत्र फूलचंद निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार उम्र 52 वर्ष ( परिचालक बस संख्या – UK 07 PA 5299)
(3) रवि कुमार पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना – नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, उम्र 34 वर्ष *(चालक अन्य बस)
(4) राजपाल पुत्र स्व0 किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार, उम्र 57 वर्ष(चालक अन्य बस)
(5) राजेश कुमार सोनकर पुत्र स्व0 लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, उम्र 38 वर्ष (कैशियर रोडवेज)
पूछताछ में आरोपी देवेन्द्र ने बताया कि उक्त पीडित बालिका उसे दिल्ली कशमीरी गेट स्टेशन पर मिली थी, जो उससे पजांब जाने वाली बस के बारे में जानकारी ले रही थी, अभियुक्त उक्त नाबालिक बालिका को अपने साथ देहरादून चलने और वहां से पौंटा होते हुए पजांब भेजने की बात बताते हुए उसे देहरादून लेकर आया, जहां रात में बस से सभी सवारियों के उतरने के बाद आरोपी द्वारा बस ड्राइवर धर्मेन्द्र के साथ मिलकर उक्त नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म किया।
इसके बाद आस-पास खडी अन्य बसों के चालकों राजपाल राणा और रवि कुमार को इस सम्बंध में पता चलने पर उन्होंने भी नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद बस कन्डक्टर देवेन्द्र द्वारा कैश काउंटर में पैसा जमा कराने के दौरान उक्त नाबालिक बालिका के विषय में कैशियर राजेश सोनकर को बताया, जिसके बाद उसने भी नाबालिक बालिका के साथ बस में दुष्कर्म किया।
इसमें बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि अगर आसपास के बस चालक की मानसिकता सही होती और वह आवाज उठाते और विरोध करते तो शायद आरोपी उसी वक्त पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिए जाते। और बच्ची के साथ इतना बुरा न होता।
पुलिस टीम
(1)- निरी0 कमल कुमार लुंठी, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पटेलनगर,
(2)- व0उ0नि0 मनमोहन नेगी, कोतवाली पटेलनगर
(3)- उ0नि0 देवेश खुगशाल, चौकी प्रभारी, आई0एस0बी0टी0
(4)- उ0नि0 धनीराम पुरोहित,
(5)- म0उ0नि0 ज्योति कन्याल,
(6)- अ0उ0नि0 डालेन्द्र चौधरी,
(7)- हे0का0 सुमित कुमार,
(8)- का0 मनोज कुमार,
(9)- का0 हितेश,
(10)- का0 अरशद,
(11)- का0 आबिद,
(12)- हे0का0 किरन कुमार, एस0ओ0जी0