देहरादून से बड़ी खबर है बता दे की आईएसबीटी में हुई गैंगरेप की वारदात के सभी आरोपियों को पुलिस ने 12 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। बता दे की पांच लोगों ने मिलकर नाबालिक का सामूहिक बलात्कार किया था।
एसएसपी ने जानकारी दीकइ 17 अगस्त को प्रतिभा जोशी, सदस्य बाल कल्याण समिति ने थाना पटेल नगर पर लिखित तहरीर दी गई की चाइल्ड लाइन की टीम ने 12-13 अगस्त की देर रात में आईएसबीटी से पंजाब निवासी एक नाबालिक युवती को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति देहरादून के समक्ष पेश किया था, जिसे उनके द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से राजकीय बालिका निकेतन में रखा गया था। बालिका की काउंसलिंग के दौरान उसने बताया कि उसके साथ 12 अगस्त की रात में आईएसबीटी बस अड्डे में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा दुष्कर्म किया गया।
बाल कल्याण समिति द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर तत्काल थाना पटेल नगर पर मु०अ०सँ० – 517/24 धारा 70(2) BNS तथा 5(g)/6 पॉक्सो अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।
देहरादून एसएसपी ने मामले के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस बल का गठन कर खुद पीड़ित नाबालिक बालिका से मिलकर उससे घटना की जानकारी ली। साथ ही तुरंत अन्य संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर घटना में संयुक्त रूप तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश पुलिस टीम को दिये।
एसएसपी ने ख़ुद घटनास्थल का निरीक्षण कर फॉरेंसिक टीम की सहायता से साइंटिफिक तरीके से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही कराते हुए पुलिस टीम को लगातार ब्रीफ किया और स्वयं क्लोज मॉनिटरिंग की।
घटना की शुरुआती जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि नाबालिक बालिका 12-13 अगस्तकी देर रात्रि में आईएसबीटी में प्लेटफार्म न0-12 की बेंच में बैठी थी, जिसकी सूचना गार्ड ने आईएसबीटी में चाइल्ड लाइन डैस्क को दी, जिन्होने मौके पर आकर उस नाबालिक बालिका से जानकारी की तो वह मौके पर सामान्य लग रही थी, पर अपने बारे में ज्यादा जानकारी नही दे पा रही थी।
नाबालिग ने चाइल्ड लाइन को बताया कि उसके मॉ-बाप नही है, चूंकि मौके पर बालिका सामन्य लग रही थी औल उसमें कोई घबराहट नही थी और न ही उसके द्वारा घटना के सम्बंध में कोई जानकारी चाइल्ड लाइन को दी गई थी, तो मौके पर किसी प्रकार का सदेंह न होने पर चाइल्ड लाइन द्वारा नाबालिक बालिका को बाल कल्याण गृह भेजा गया, चूंकि नाबालिक बालिका सामान्य अवस्था में थी, तो बाल कल्याण गृह द्वारा उसका सामान्य मेडिकल करवाकर उसकी कांउसलिंग की गई।
सीडब्लूसी ने नाबालिक बालिका की प्रारम्भिक काउंसलिंग में नाबालिक द्वारा अपने मॉ-बाप के न होने की जानकारी दी गई थी लेकिन पुलिस द्वारा जानकारी मिली है कि उसके माता-पिता है और बताया कि वह मुरादाबाद की रहने वाली है और मुरादाबाद से वह पहले दिल्ली गई थी और दिल्ली कश्मीरी गेट से वह बस से देहरादून आयी, जहां उसके साथ कुछ लोगो ने जबरदस्ती की। चूंकि काउसलिंग के दौरान नाबालिक बालिका मानसिक रूप से स्वस्थ प्रतीत नही हो रही थी तथा बार-बार अपने बयान बदलकर खुद को कभी मुरादाबाद व कभी पंजाब की रहने वाली बता रही थी, जिस पर काउंसलिंग टीम द्वारा उक्त नाबालिक बालिका से लगातार पूछताछ की गई, तो नाबालिक बालिका के साथ उक्त घटना का होना प्रकाश में आया, जिस पर तत्काल सी0डब्लू0सी0 द्वारा थाना पटेलनगर पर घटना के सम्बंध में तहरीर देकर पुलिस को सूचित किया गया, जिस पर अभियोग पंजीकृत करते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा घटना के अनावरण हेतु तत्काल स्पेशल टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम ने नाबालिक बालिका की काउंसलिंग करते हुए उससे गहनता से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा पुलिस को भी अपने मॉ-बाप के न होने की जानकारी दी गई तथा बार-बार अपने बयानो को बदला गया, पुलिस द्वारा पीडिता से तसल्लीपूर्वक पूछताछ व पुलिस के प्रयासो से पीडिता के परिजनो की जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई व ज्ञात हुआ कि पीडिता के मॉ-बाप जिन्दा है व परिजनो से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा नाबालिक बालिका के पूर्व में भी कई बार अपने घर से बिना बताये चले जाने की जानकारी दी गई तथा हर बार विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सूचना पर पीडिता को घर वापस लाना बताया गया।
अभियोग की विवेचना के दौरान 12-13 अगस्त की रात्री में उक्त नाबालिक बालिका के साथ दिल्ली से देहरादून आई बस में दुष्कर्म किया जाना प्रकाश में आया, जिस पर पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांचकी और घटना में प्रयुक्त बस के सम्बंध जानकारी करते हुए उसे कब्जे मे लिया।
घटना में शामिल सभी 05 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। कब्जे में ली गई बस से फॉरसिक टीम ने आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है। घटना की गहनता से विवेचना प्रचलित है।
एसएसपी अजय सिंह ने कहा इस मामले में भगवानपुर वाला का एक ड्राइवर मुख्य आरोपी है. ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में एक अन्य ड्राइवर, क्लीनर और कैशियर शामिल है।
हिरासत में लिए गए आरोपितों के नाम और पता
(1) धर्मेंद्र कुमार पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, उम्र 32 वर्ष
(2) देवेंद्र पुत्र फूलचंद निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार उम्र 52 वर्ष
(3) रवि कुमार पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना – नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, उम्र 34 वर
(4) राजपाल पुत्र स्व0 किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार, उम्र 57 वर्ष
(5) राजेश कुमार सोनकर पुत्र स्व0 लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, उम्र 38 वर्ष