उत्तराखंड: अंगीठी के धुएं की वजह से दम घुटने से पति पत्नी की मौत, आप ना करें ऐसी भूल

उत्तराखंड से बुरी खबर है। बता दे कि एक दंपति की अंगीठी से निकलने वाली गैस से मौत हो गई। अब तक ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जिसको लेकर लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। आप कभी भी ऐसी भूल न करें जब कभी आप अंगीठी को कमरे में लाकर तापते हैं तो उसे घर के बाहर रखकर ही रात्रि में कमरे में सोए। क्योंकि रात्रि में उससे जहरीली गैस निकलती है जिससे दम घुटने से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है।

ताजा मामला टिहरी गढ़वाल के भिलंगना ब्लॉक के ग्राम पंचायत द्वारी-थापला का है जहाँ शादी समारोह में आए दंपति की अंगीठी के धुएं की वजह से दम घुटने से मौत हो गई।  दंपति अपने चाचा के के बेटे की शादी में शामिल होने के लिए घनसाली से द्वारी थापली पहुंचे थे। परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही दोनों को अंतिम संस्कार कर दिया।

द्वारी-थापला की ग्राम प्रशासक रिंकी देवी ने बताया कि गांव के 52 वर्षीय मदनमोहन सेमवाल  अपनी पत्नी 48 वर्षीय उनकी पत्नी यशोदा देवी के साथ अपने  चाचा के बेटे के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए घनसाली से द्वारी थापली पहुंचे थे। मूल रूप से वे यहीं के रहने वाले थे। 16 जनवरी की रात करीब साढ़े 10 बजे के आसपास वे खाना खाने के बाद अंगीठी पर आग सेंक रहे थे। ज्यादा ठंड होने के कारण वह अंगीठी को लेकर अंदर कमरे में चले गए।

कुछ देर बाद वह कमरे का दरवाजा बंद कर सो गए थे। रात को अंगीठी के धुएं से गैस बनने के कारण पति-पत्नी की दम घुटने से मौत हो गई। शुक्रवार की सुबह जब उनके बेटे ने उन्हें जगाने के लिए कमरे के बाहर से आवाज लगाई तो अंदर से कोई जबाव नहीं मिला। काफी देर बाद भी जब कोई आवाज नहीं आई तो आसपास के लोग कमरे के बाहर एकत्रित हो गए। लगातार आवाज लगाने के बाद भी जब कोई हरकत नहीं हुई तो उन्होंने दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो पति-पत्नी बिस्तर में मृत अवस्था में पड़े हुए थे।

गांव के विकास सेमवाल ने बताया कि मृतक मदन मोहन सेमवाल राजकीय इंटर कॉलेज सरस्वती सैण में लिपिक के पद पर कार्यरत थे। ग्राम प्रशासक ने बताया कि वहां मौजूद ग्रामीणों ने दोनों की मौत अंगीठी की गैस से ही होने के कारण पुलिस को सूचना नहीं दी गई।

ग्रामीणों ने मृतक के बेटा और विवाहित बेटी से बातचीत करने के बाद उनके पैतृक घाट पर मृतक दंपती का दाह संस्कार कर दिया। इस घटना के बाद से मृतक का बेटा और बेटी गहरे सदमें में है। जबकि गांव में मातम पसर गया। बताया गया कि गमगीन माहौल में परिवार में 17 जनवरी को मेंहदी रस्म महज खानापूर्ति की निभाई गई। इस बीच थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि थाना क्षेत्र के द्वारी-थापला में अंगीठी की गैस से दपंति की मौत की कोई सूचना नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *