नैनीताल। आए दिन उत्तराखंड पुलिस बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन में लगी है, लेकिन जब कोई स्थानीय युवक बाहरी फेरी वालों को आधार कार्ड दिखाने को कहे तो पुलिस द्वारा युवक को थाने में बुलाकर बेरहमी से पीटा जाता है। ऐसा ही एक मामला नैनीताल जिले के ओखलाकांडा से सामने आया है। जहां मनमोहन शर्मा पुत्र ज्ञानेंद्र प्रकाश ग्राम टांडा, पोस्ट सुई, थाना खनस्यू से सामने आया है।
मनमोहन का आरोप है कि वह अपने व्यक्तिगत कार्य से बाजार जा रहा था, इसी दौरान उसे एक फेरीवाला मिला तो उसने फेरीवाले को अपना आधार कार्ड दिखाने को कहा। वह बिना परमिशन के क्षेत्र में फेरी का कार्य कर रहा था। इसके बाद वहां एक सब इंस्पेक्टर आए और मुझे खनस्यू थाने ले गए। जहां ले जाकर सब इंस्पेक्टर शादिक हुसैन और एक अन्य पुलिसकर्मी विनोद यादव ने मनमोहन शर्मा को बुरी तरह पीट दिया। इस मारपीट में मनमोहन के पैर, जांघों, पीठ और हथेलियां पर बुरी तरह डंडे बरसाए गए। बुरी तरह जख्मी हुए मनमोहन ने इसकी सूचना परिजनों को दी। परिजन एवं स्थानीय लोग मनमोहन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ओखल कांडा ले गए। जहां उपचार के बाद उसका मेडिकल बनाया गया। शनिवार 21 सितंबर को दर्जनों स्थानीय लोगों ने थाना खनस्यू का घेराव कर थाना अध्यक्ष के माध्यम से एसएसपी नैनीताल को शिकायती पत्र लिखकर मारपीट करने वाले दोषी उपनिरीक्षक शादिक हुसैन और अन्य एक पुलिसकर्मी विनोद यादव की बर्खास्तगी और घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच की मांग करने लगे।
वहीं सीओ नैनीताल ने मंगलवार तक दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था तो दूसरी ओर स्थानीय ग्रामीणों ने चेतावनी दी थी कि अगर मंगलवार सुबह तक पुलिस उप निरीक्षक शादिक हुसैन और दूसरा पुलिसकर्मी बर्खास्त नहीं होते हैं तो मंगलवार को बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण महिलाओं और बच्चों सहित थाने में अनिश्चितकालीन धरना करेंगे।बहरहाल पुलिस द्वारा युवक की बेरहमी से पिटाई को लेकर स्थानीय जनता में आक्रोश है।
वहीं आज मामले की गंभीरता को देखते हुए SI शादिक हुसैन को लाइन हाज़िर कर दिया है। नैनीताल ज़िले के ओखलकांडा में तैनात SI शादिक हुसैन पर मारपीट का गम्भीर आरोप लगा है। अब क्षेत्र में यह मुद्दा गरमाया हुआ है, हिंदू संगठन और क्षेत्रीय नेताओं ने खनस्यू थाने का घेराव कर दरोगा और कॉन्स्टेबल को बर्खास्त करने की मांग की