चारधाम यात्रा की सीएम धामी ने खुद संभाली कमान, सनातन संस्कृति के ध्वजवाहक मुख्यमंत्री धामी- विनोद सुयाल

देहरादून : भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल ने कहा कि हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा को अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। हर कोई अपने जीवन में एक बार जरूर चार धाम की यात्रा करना चाहता है।चारधाम में केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमनोत्री और गंगोत्री आते हैं। इन चार धामों के साथ अन्य प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ स्थल भी सम्मिलित है। कोरोना काल के बाद से 2021-2022-2023 और 2024 में श्रद्धालुओं का धाम में दर्शन करने के लिए तांता लगा रहा।

विनोद सुयाल ने बताया कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा जोरों शोरों से चल रही है। चारधाम यात्रा की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद कमान संभाली है। वह यात्रा से संबंधित पल-पल की जानकारी ले रहे हैं, ताकि चारधाम यात्रा अच्छी तरीके से चलती रहे। इसके चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई बार चारधाम यात्रा की व्यवस्था का धरातलीय निरीक्षण भी किया।

विनोद सुयाल ने बताया कि अगर 3 वर्षों के श्रद्धालुओं का आकलन किया जाए तो वर्ष 2021 में 5,48,209 श्रद्धालु,वर्ष 2022 में 48 लाख के लगभग श्रद्धालु, वर्ष 2023 में 58 लाख के लगभग श्रद्धालु चारों धाम में दर्शन करने आए और इस वर्ष 2024 में अभी तक कुल 32 लाख 44 हजार 26 श्रद्धालुओं ने चारधाम में दर्शन कर चुके हैं जो यह दर्शाता है कि सरकार द्वारा हर वर्ष सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है, जिससे देश-विदेश में अच्छा संदेश जा रहा है। इससे उत्तराखंड राज्य को बहुत बड़ा आर्थिक लाभ भी हो रहा है।

विनोद सुयाल ने बताया कि आर्थिक दृष्टि से अगर देखा जाए तो चार धाम यात्रा से जहां एक ओर रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं वही पलायन भी घटा है।

विनोद सुयाल ने कहा कि 2011 में भाजपा की सरकार ने यमुनोत्री धाम के लिए रोपवे की स्वीकृति दिलाई थी। जिसको की हरीश रावत की सरकार ने निरस्त कर दिया था जो कि उत्तराखंड का बहुत बड़ा दुर्भाग्य साबित हुआ और 2023 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिर से केंद्र से इसकी अनुमति दिलाई है। कांग्रेस हमेशा से हिंदू संस्कृति के विरोध में काम करने की शैली को बढ़ावा देती रही है और उत्तराखंड में भी जब-जब कांग्रेस की सरकार आई है उसने इस पर कुठाराघात किया है।

विनोद सुयाल ने कहा कि पुष्कर धामी सरकार ने जिस तरह से अवैध मजारों का सफाया किया और धर्मांतरण कानून लागू किया उससे उत्तराखंड के जन मानस में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की छवि एक सनातनी प्रशासक के रूप में स्थापित हुई। पीएम मोदी और सीएम धामी की डबल इंजन की सरकार ने चार धाम तीर्थ स्थलो के विकास का जो मास्टर प्लान बनाया है उसमें केदारनाथ के लिए रोपवे, यमुनोत्री के लिए रोपवे और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे की भी अनुमति मिली है। इस समय बद्रीनाथ में 481 करोड़ की लागत से और केदारनाथ में 188 करोड़ की लागत से पुनर्निर्माण और पुनर्विकास के कार्य किया जा रहे हैं।

विनोद सुयाल ने कहा कि सीएम धामी ने हरिद्वार ऋषिकेश कॉरिडोर, हरिपुर जमुना कृष्णधाम, गंगा कांवड़ यात्रा, गोरक्षा, जनसंख्या असंतुलन जैसे विषयो पर प्रभावी कदम उठाए है। धामी सरकार ने गौ हत्या को रोकने के लिए कड़े कानून राज्य में लागू कर दिए है। गो हत्या, गो तस्करी करने वालो के खिलाफ अब गैंगस्टर एक्ट के तहत कारवाई की जा रही है.

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