रिलायंस ज्वैलरी लूटकांड में शामिल मुख्य आरोपी को पुलिस ने दबोचा, धड़ पकड़ के लिए खुद एसएसपी पहुंचे बिहार

देहरादून – रिलायंस ज्वैलरी लूटकांड मामले में शुरुआत में 5 लोग की बात प्रकाश में आई थी इसलिए इसको ऑपरेशन फाइव नाम दिया गया.आज पुलिस को एक महत्वपूर्ण सफलता मिलने के उपरांत अब 4 मुख्य अभियुक्तों की तलाश तेज हुई। बिहार में छठ पूजा के कारण दबिश और कार्यवाही में विलंब हुआ था। देर रात संदिग्ध टारगेट की सूचना एक इलाके में होने पर टीम द्वारा करीब 20 घंटे तक बाहरी कॉर्डन मे डेरा डाला गया। एसएसपी ने मुश्किल घड़ी में और कठिन परिस्थिति में टीम को कार्य करते देख वैशाली बिहार पहुंचे थे। बिहार के सुदूर इलाके में एक hideout में दून पुलिस ने रेड डाली थी।

 

रिलायंस ज्वेलरी स्टोर में मुख्य लुटेरे को दून पुलिस ने कई संदिग्धों के साथ हिरासत में  लिया। पनीय स्थान पर ले जाकर विस्तृत पूछताछ की जा रही है। बिहार में आधा दर्जन स्थानों (पटना, हाजीपुर, वैशाली, मोतिहारी,जहानाबाद,सीतामढ़ी, मुज्जफरपुर ) पर पुलिस की एक साथ दबिश जारी है। कलकत्ता और रांची में भी टीमों की देर रात से दबिश जारी है।

 

घटना की फाइनेंशियल फंडिंग से जुड़े लोग भी रडार पर आए हैं।टेलीग्राम, सिग्नल , वर्चुअल नंबर्स, इंटरनेशनल नंबर्स से गैंग और सदस्य जुड़े थे। रायगंज (पश्चिम बंगाल) के रिलाइंस ज्वैलरी शोरूम में 30 करोड़ की डकैती में भी थी अभियुक्त की अहम भूमिका है।

 

पश्चिम बंगाल पुलिस को रायगंज की घटना में शामिल अभियुक्तों की भी जानकारी दी गयी।

 

राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई लूट की घटना की जाँच में 04 अभियुक्तों के शोरूम के अंदर जाकर घटना को अंजाम दिए जाने तथा 01 अभियुक्त के शोरूम के बाहर गाड़ी में रुककर आने जाने वाले लोगों की रैकी करने की पुलिस को जानकारी मिली थी। उक्त घटना के अनावरण हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा चैलेंज लेते हुए उत्तराखंड एसटीएफ के साथ पुलिस की अलग-अलग टीमें विभिन्न प्रांतो में अभियुक्तों की तलाश हेतु लगातार दबिशें दे रही है।

 

पूर्व में पुलिस द्वारा घटना में शामिल अभियुक्तों को फंडिंग करने, घटना के लिए वाहन, हथियार व अन्य सामग्री उपलब्ध कराने वाले 02 अभियुक्तों अमृत कुमार तथा विशाल कुमार को दिनांक 15 नवंबर को बिहार से तथा अभियुक्तो की सहायता करने वाले 01 अन्य अभियुक्त सुड्डू कुमार को 20 नवंबर को सहसपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

 

उक्त घटना में प्रकाश में आये अभियुक्त प्रिंस कुमार तथा विक्रम कुशवाहा पर भी पुलिस द्वारा दिनांक 16 नवंबर को 02-02 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है।

 

देहरादून पुलिस और उत्तराखंड एसटीएफ/साइबर थाने का जबरदस्त कोऑर्डिनेशन, टेक्निकल एसिस्टेंस में बैक हैंड टीम उत्तराखंड साइबर और एसओजी दून का समन्वय से लगातार पुलिस द्वारा अपराधियों के विरुद्ध सकारात्मक प्रभावी कार्यवाही करते हुए विभिन्न राज्यों में ताबड़तोड़ संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है।

 

घटना में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पश्चिम बंगाल व झारखंड में मौजूद टीमों द्वारा देर रात कोलकाता तथा रांची में अभियुक्तों के संदिग्ध ठिकानों पर दबिशें से दी गई तथा आज 22 नवंबर को बिहार में मौजूद पुलिस टीमों द्वारा अभियुक्तों की तलाश हेतु बिहार के कई स्थानों पर एक साथ दबिशें देते हुए पटना के पास स्थित अभियुक्तों के एक hide out फ्लैट से घटना में शामिल एक मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर मौके पर मौजूद 03- 04 अन्य संधिक्त लोगों को हिरासत में लिया गया।

 

पुलिस द्वारा हिरासत में लिए लोगो को गोपनीय स्थान पर ले जाकर उनसे पूछताछ की जा रही है। प्रारम्भिक पूछताछ में घटना के लिए फंडिंग करने वाले कई अन्य व्यक्तियों के नाम प्रकाश में आये है तथा गैंग के सदस्यों के टेलीग्राम, वर्चुअल नंबर्स, इंटरनेशनल नंबर्स, सिग्नल आदि के माध्यम से आपस मे संपर्क में रहने की जानकारी मिली है।

 

हिरासत में लिए व्यक्तियों की रायगंज पश्चिम बंगाल में दिनांक 14/4/23 को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई 30 करोड़ रु0 कीमत की ज्वैलरी डकैती की घटना में भी अहम भूमिका थी।पश्चिम बंगाल पुलिस उक्त घटना के अभियुक्तों की पहचान हेतु प्रयासरत थी उत्तराखंड पुलिस द्वारा पश्चिम बंगाल पुलिस को उनकी घटना में शामिल संदिग्ध के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी जा रही है। हिरासत में लिए व्यक्तियों से गोपनीय स्थान पर विस्तृत पूछताछ जारी है।

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