देहरादून। उत्तराखंड में इस विधानसभा चुनाव दल बदल की राजनीति सबसे अधिक देखने को मिल रही है। भाजपा और कांग्रेस में अब तक कई बड़े दिग्गज नेता अपना पाला बदल चुके हैं. टिकट ना मिलने के कारण कइयों ने पार्टी चेंज कर ली या तो कई निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं।
वहीं आज कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। वहीं इसके तुरंत बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को भाजपा ने अपने पाले में ले लिया। जी हां बता दें कि किशोर उपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए हैं। वहीं खबर है कि भाजपा किशोर उपाध्याय को टिहरी से टिकट देकर चुनाव लड़ा सकती है।
भाजपा ज्वाइन करने के बाद किशोर उपाध्याय ने कहा कि मैने हमेशा सरोकारों की राजनीति की है. टिहरी गढ़वाल का सरोकार है आज जो भी है। पीएम मोदी ने 2014 में कहा गंगा ने उन्हें बुलाया है और आज गंगोत्री से कासी तक काम हुआ है। कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन रही है। जल जंगल की मुहीम को संरक्षण मिलेगा। किशोर ने कहा कि मैं किसी की आलोचना नही करूंगा, मैं उनका धन्यवाद देता हूं। मैने कभी किसी विचारधारा का विरोध नही किया आरएसएस का काम मैने जो देखा मैं उससे प्रभावित हुआ।
वहीं बता दें कि कांग्रेस नेतृत्व ने ज्योति रौतेला को प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष बनाया है। विदित हो कि सरिता आर्य के पार्टी छोड़ने के बाद से यह पद रिक्त चल रहा था। वहीं, कमलेश रमन, अलका पाल, भागीरथी बिष्ट और मनोरमा डोबरियाल शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष नामित किया है।