देहरादून- देहरादून के विकासनगर में वन विभाग अवैध कब्जे पर ध्वस्तिकरण पर बड़ी कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि विकासनगर में वन विभाग, यूजेवीएनएल ने 9 मजारों को ध्वस्त किया है। कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज में वनकर्मियों ने मजार हटाने का काम किया है।तिमली रेंज के जंगल से दो मजार और कालसी से कुल मिलाकर 9 हजारे हटाई गई हैं।
डाकपत्थर से कुल्हाल तक शक्तिनहर किनारे की सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे हटवाने को प्रशासन व यूजेवीएनएल अलर्ट मोड पर है। यहां जेसीबी व ट्रैक्टर ट्रालियों द्वारा कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। जो खुद जमीन खाली नहीं करेंगे उनपर जेसीबी गरजेगी।
वहीं अवैध कब्जाधारियों में घर टूटने को लेकर बेचैनी छाई है। जो सरकारी अधिकारियों, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व विधायक तक अपनी गुहार लगा रहे हैं। जल विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता अभय सिंह का कहना है कि 11 मार्च तक का अवैध कब्जाधारियों को स्वयं ही कब्जा हटाने के लिए समय दिया गया था। खुद ही कब्जाधारी जमीन खाली कर दें तो ज्यादा अच्छा होता। निगम नहीं चाहता कि किसी को असुविधा हो।
जानकारी मिली है कि रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र में आधा दर्जन के आसपास मजार हैं, जिन्हें हटाया गया। वहीं इस पर डीएम सोनिका सिंह का कहना है कि वन विभाग द्वारा विकासनगर में कार्रवाई की जा रही है. डीएम ने बताया कि वन विभाग को कहा गया है कि वह जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को साथ में लेकर कार्रवाई करें. फिलहाल अभी वन विभाग जल विद्युत निगम पुलिस को साथ लेकर कार्रवाई कर रही है।
डाकपत्थर से कुल्हाल तक शक्तिनहर के किनारे करीब नौ सौ अवैध कब्जे हैं। सरकारी जमीन को खाली कराने के लिए जल विद्युत निगम प्रशासन लंबे समय से प्रयास कर रहा है। अवैध कब्जे चिह्नित कर ध्वस्तीकरण के लिए मकानों पर लाल निशान लगाए गए। नोटिस थमाए गए, मुनादी कराकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने का स्पष्ट संदेश दिया गया। उसके बाद भी अवैध कब्जेधारियों ने जमीनें खाली नहीं की। जिसके बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपना लिया है।