ऋषिकेश । उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और सुरेंद्र नेगी के बीच हुई मारपीट मामले को लेकर बड़ी खबर है। बता दे कि लगातार सुरेंद्र सिंह नेगी का परिवार और उनके समर्थक यह मांग पुलिस से कर रहे थे कि आखिर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल का नाम f.i.r. में क्यों नहीं है। इस मुद्दे को विपक्ष ने भी जमकर उछाला था जिसके बाद अब सब को तसल्ली मिल गई है। हालांकि देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने यह साफ कर दिया था कि मंत्री पर भी मुकदमा हुआ है लेकिन कहीं ना कहीं सुरेंद्र सिंह नेगी के परिवार वाले और उनके समर्थकों में नाराजगी थी।
बता दे कि वीडियो वायरल होने के बाद प्रेमचंद के इस्तीफे और मुकदमे में प्रेमचंद अग्रवाल का नाम शामिल किए जाने की मांग को लेकर पीड़ित परिवार और उनके समर्थकों ने मंत्री के घर से लेकर कोतवाली तक प्रदर्शन किया। और पीड़ित पक्ष द्वारा पुलिस को एक अनुरोध पत्र दिया गया था जिसमें कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का नाम सुरेंद्र सिंह नेगी की तरफ से किए गए मुकदमे में शामिल किए जाने को लेकर मांग की गई थी। आर टी आई डाली गई थी जिसमे ये साफ होगया की मंत्री पर मुकदमा हुआ है।
पुलिस द्वारा अनुरोध पत्र के जवाब में पीड़ित पक्ष को आज एक जवाबी पत्र सौंपा गया जिसमें प्रेमचंद अग्रवाल, गौरव राणा, कौशल बिजलवान, व संदीप नेगी का नाम मुकदमे में नामजद के रूप में शामिल किया गया है। साथ ही एम्स चौकी ऋषिकेश में दी गई तहरीर को भी इस मुकदमे में समायोजित किया जाएगा ।