देहरादून : महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य एक बार फिर से सुर्खियों में आ गई है और इस बार वह सुर्खियों में अपने किसी कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र को लेकर चर्चा में आ गई है जो कि सरकारी पत्र है। इसको लेकर विपक्ष रेखा आर्य समेत सरकार पर हमलावर हो गई है।
अब मंंत्री रेखा आर्य ने उनके निजी कार्यक्रम के जारी हुए लेकर के मामले को लेकर चुप्पी तोड़ी है। रेखा आर्य ने वायरल पत्र को लेकर कहा कार्यक्रम की जानकारी ही तो दी है किसी के कनपट्टी पर बंदूक तो नहीं रखी।
महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने अपने सरकारीनुमा निमंत्रण पत्र के मामले से अपना पल्ला झाड़ते हुए आगे कहा कि जिसने ये लेटर जारी किया है उससे पूछिए ना. रेखा आर्य ने कहा कि उन्होंने निमंत्रण दिया है कनपटी पर बंदूक नहीं रखी। स्वेच्छा है पुण्य कार्यक्रम में आप आना चाहते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि वह समझती हैं कि किसी को कार्यक्रम में रहना है या नहीं यह उसकी इच्छा पर निर्भर करता है। जब हम किसी को निमंत्रण देते हैं तो उसकी स्वेच्छा पर छोड़ते हैं।
आगे रेखा आर्य ने कहा कि कार्यक्रम में कुछ लोग पहुंचते हैं और कुछ नहीं पहुंचते। यह छोटी मानसिकता का प्रतीक है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा तब कहां थे जब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अपनी पुत्री का वैवाहिक कार्यक्रम कर रहे थे। रेखा आर्य ने कहा कि धार्मिक आयोजन के लिए किसी अधिकारी को कोई निर्देश नहीं दिया गया है। हम उन संस्कारों में पले बढ़े हैं जिसमें धार्मिक कार्यक्रम के लिए निवेदन करने के साथ ही निमंत्रण दिया जाता है। इस कार्यक्रम के लिए समस्त प्रदेशवासी आमंत्रित हैं।
दरअसल मंत्री ने अपने बरेली स्थित आवास पर एक कार्यक्रम रखा है जिसमे निमंत्रण देने के लिए सरकारी पत्र का इस्तेमाल किया गया है. और साथ ही उच्च अधिकारियों द्वारा जारी किया गया है जो की नियम के विरुद्ध है. पत्र में कहा गया है कि खाद्य विभाग के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को निमंत्रण पत्र उपलब्ध करा दिए जाएं। अधिकारी के इस पत्र के मामले ने तूल पकड़ लिया है। हालांकि विभागीय अधिकारी का कहना है कि यह सरकारी पत्र या फिर विभागीय आदेश नहीं हैं।