रुद्रपुर। उत्तराखंड में बीते दिन आई आपदा के बाद कई घर तबाह हो गए, कई लोगों की मौत हो गई, कई लोग अभी भी लापता हैं। किसी का घर बह गया तो किसी के अपने जो आज तक लापता है। बता दें कि बीते दिनों डीजीपी अशोक कुमार ने आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों को जरुरी दिशा निर्देश दिए। डीजीपी ने पीड़ित लोगों की परेशानी को देखते हुए पुलिस कर्मियों को आपदा प्रभावित इलाकों में चेकिंग न करने के निर्देश दिए। साथ ही डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को इस बीच संबंधित विभागों के साथ मिलकर लोगों के दस्तावेज बनाने के लिए शिविर भी लगाएगी।
17 अक्टूबर को मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भारी वर्षा का अलर्ट घोषित कर दिया था। इसके बाद पुलिस महकमा सतर्क हो गया था। 19 और 20 अक्टूबर को लगातार हुई बरसात से राज्य भर में आपदा आ गई। आपदा में लोगों की मौत के साथ ही कई लोग गायब हो गए, साथ ही मकान, सड़क क्षतिग्रस्त हो गए। जगह जगह आई बाढ़ से घरेलू सामान के साथ ही आवश्यक दस्तावेज भी खराब हो गए। किसी के पानी में बह गए।
शासन – प्रशासन ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हुए नुकसान का आंकलन शुरू किया। प्रभावित लोगों को मुआवजा वितरण भी शुरू हो गया। इस दौरान लोगों के वाहनों से संबंधित दस्तावेज बहने और खराब होने की सूचना के बीच डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार ने भी पुलिस और सीपीयू को एक माह तक वाहनों की चेकिंग न करने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने सोमवार को रुद्रपुर में कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में एक माह तक वाहनों की चेकिंग नहीं की जाएगी। इस दौरान पुलिस संबंधित विभागों के साथ मिलकर शिविर में लोगों के खराब हुए दस्तावेज बनाने में भी मदद करेगी।