बीते दिन बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री देहरादून पहुंचे और परेड ग्राउंड मे उन्होंने दिव्य दरबार लगाया जिसके बाद वह श्री बद्री केदारनाथ पहुंचे और बाबा के दर्शन किए और सरकार की समिति की व्यवस्थाओं की तारीफ की।
वहीं अब उनकी अंदर गर्भगृह के अंदर की फोटो वायरल हो रही है जिस पर आपत्ति जताई जा रही है। बता दे कि गर्भगृह की फोटो लेना वर्जित है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सिर्फ पीएम मोदी, वीआईपी को फोटो लेने की परमिशन क्यों?
कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लपक लिया है। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसोनी ने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि उत्तराखंड और देश की जनता से पूछना चाहती हूं। आप लोग हिंदू नहीं है क्या?या यह लोग जो लगातार गर्भ ग्रह में फोटो खींचवा रहे हैं यह बड़े वाले हिंदू हैं फिर चाहे वह कैलाश विजयवर्गीय हो नरेंद्र मोदी हों या फिर धीरेंद्र शास्त्री। फिर आपके लिए नियम अलग और उनके लिए अलग क्यों? कहा कि आखिर धीरेंद्र शास्त्री को फोटो लेने की परमिशन किसने दी?
फेसबुक पर धीरेंद्र शास्त्री की गर्भ ग्रह के अंदर की फोटो जमकर वायरल हो रही है और उसी के साथ पीएम मोदी की भी और इस पर जमकर कटाक्ष किया जा रहा है । सोशल मीडिया पर कई लोगों ने फोटो शेयर कर पक्षपात करने का आरोप लगाया है और कहा है कि क्या पंडा पुरोहितों और संतों को अब गुस्सा नहीं आ रहा है जब गर्भग्रह के अंदर फोटो खींची जा रही है।
गजेंद्र नाम के यूजर ने फोटो शेयर कर लिखा कि कहां गए वो कलियुगी पंडत जो केदारनाथ गर्भ ग्रह में फोटो पर पाबंदी का झूट फैला रहे थे। नियम कानून सिर्फ पहाड़ियों पर लागू।
एक यूजर ने लिखा कि आम जनता को सोचना चाहिए बीजेपी वालो ने नियम सिर्फ आज जनता के लिए रखे हैं। खुद तो मन मानी का राज चला रखा हैं नियम सबके लिए एक होना चाहिए फिर चाहिए वो कोई भी भी बाबा हो मंत्री हो या कोई भी आपने राजनीति फायदे के लिए इस प्रकार का खेल ना खेले।
वहीं कई लोगों ने इस पोस्ट पर आपत्ति भी जताई है। लेकिन बड़ा सवाल है कि अगर नियम है तो सबके लिए एक जैसे क्यों नहीं है।