दारोगा और सिपाही पर युवक ने लगाया मारपीट का आरोप, सुबह 10 बजे तक सस्पेंड करने की मांग, आंदोलन की चेतावनी

देहरादून समेत पूरे उत्तराखंड में पुलिस बाहरी राज्य से आकर यहां बसे लोगों का सत्यापन कर रही है। पुलिस ठेली और फेरी वाले संदिग्ध लोगों से भी आधार कार्ड मांग कर चेक कर रही है और संदिग्ध होने पर पूछताछ के लिए थाने लाती है लेकिन एक युवक ने आरोप लगाया है कि जब उसने एक फेरी वाले से आधार कार्ड मांगा तो पुलिस ने उसे थाना में जाकर जमकर पीटा और पीड़ित ने एक दरोगा और सिपाही मारपीट का आरोप लगाया है।

मामला नैनीताल जिले के ओखलाकांडा का है। जहां मनमोहन शर्मा पुत्र ज्ञानेंद्र प्रकाश ग्राम टांडा, पोस्ट सुई, थाना खनस्यू का आरोप है कि वह अपने निजी काम से बाजार जा रहा था, इसी दौरान उसे एक फेरीवाला मिला तो उसने फेरी वाले को अपना आधार कार्ड दिखाने को कहा क्यों कि वह बिना परमिशन के फेरी का कार्य कर रहा था। इसके बाद वहां एक सब इंस्पेक्टर आए और उसे खनस्यू थाने ले गए।

यूवक ने एक सब इंस्पेक्टर शाहिद हुसैन और एक अन्य पुलिसकर्मी पर बुरी तरह पीटने का आरोप लगाया है। इस मारपीट में मनमोहन के पैर, जांघों, पीठ और हथेलियां पर बुरी तरह डंडे बरसाए गए। बुरी तरह जख्मी हुए मनमोहन ने इसकी सूचना परिजनों को दी। परिजन एवं स्थानीय लोग मनमोहन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ओखल कांडा ले गए। जहां उपचार के बाद उसका मेडिकल बनाया गया। अस्पताल से आने के बाद दर्जनों स्थानीय लोगों ने थाना खनस्यू का घेराव कर थाना अध्यक्ष के माध्यम से एसएसपी नैनीताल को शिकायती पत्र लिखकर मारपीट करने वाले दोषी उपनिरीक्षक शाहिद हुसैन और अन्य एक पुलिसकर्मी की बर्खास्तगी और घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच की मांग करने लगे।

वहीं सीओ नैनीताल ने मंगलवार तक दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है तो दूसरी ओर स्थानीय ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि मंगलवार सुबह 10 बजे तक पुलिस उप निरीक्षक शाहिद हुसैन और दूसरा पुलिसकर्मी बर्खास्त नहीं होते हैं तो मंगलवार को बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण महिलाओं और बच्चों सहित थाने में अनिश्चितकालीन धरना करेंगे।

 

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