देहरादून : उत्तराखंड चुनाव में बीजेपी एक बार फिर से बहूमत से सत्ता में आई और कांग्रेस को मुंह तोड़़ जवाब दिया।। बता दें कि भाजपा ने 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर जीत हासिल की जबकि कांग्रेस ने बढ़त बनाते हुए 18 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं 4 चार सीटें अन्य दलों को मिली हैं.
भाजपा के लिए सबसे बड़ी हार खटीमा विधानसभा से हुई जहां से उनके युवा सीएम धामी चुनाव हार गए। सीएम धामी को कंग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी ने 6951 मतों से हराया है. सीएम भले ही हार गए लेकिन उन्होंने सरकार बनाने में कुछ ही महीनों में जी तोड़ मेहनत की. सीएम पुष्कर सिंह धामी के हारने के बाद, अब उत्तराखंड का सीएम कौन होगा, इसपर चर्चा चल रही है. चर्चाओं का बाजार गर्म है। फिर से उनके नाम चर्चाओं में हैं जो त्रिवेंद्र रावत के इस्तीफे के बाद और तीरथ सिंह रावत के हटने के बाद चर्चाओं में आए थे।
हालांकि, बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि उत्तराखंड का मुख्यमंत्री विधायकों में से ही चुना जाएगा. आपको बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की दौड़ में धन सिंह रावत और सतपाल महाराज सबसे आगे चल रहे हैं. और अगर विधायकों से हटकर सीएम बनाते हैं तो इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के नाम लिए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि चौबट्टाखाल सीट उत्तराखंड की हॉट सीट्स में से एक रही है. यहां बीजेपी उम्मीदवार और कैबिनेट मंत्री रहे सतपाल सिंह रावत (सतपाल महाराज) जीत गए हैं. उन्होंने कांग्रेस के केसर सिंह को 11,430 वोटों से मात दी है. सतपाल महाराज को कुल 24,927 वोट मिले हैं जबकि, केसर सिंह 13,497 वोट. सतपाल सिंह रावत पहले कांग्रेस में थे, लेकिन बाद में वे बीजेपी के साथ आ गए. सतपाल सिंह रावत ने 2017 में भी चौबट्टाखाल सीट से जीते थे और उत्तराखंड की बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे.वहीं, उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के अंतर्गत श्रीनगर विधानसभा सीट से धन सिंह रावत जीत गए हैं. उन्होंने कांग्रेस के गणेश गोडियाल को 587 वोटों से हराया है.