कथित पत्रकार ने लगाया थानाध्यक्ष और पुलिसकर्मियों पर थाने में अभद्रता करने का आरोप, SP से की शिकायत, फिर खुद फंसा अपने ही झूठ के जाल में

देहरादून : 18 मई को शिकायतकर्ता राहुल सिंह रावत ने एसपी देहात को शिकायत की कि सेलाकुई थाने में उनके साथ पुलिसकर्मी द्वारा 8 मई की रात अभद्रता और मारपीट की गई है लेकिन शिकायतकर्ता खुद के ही झूठ के कारण फंस गया।

दरअसल 18 मई को शिकायतकर्ता राहुल सिंह रावत पुत्र विनोद सिंह रावत, निवासी एफआरआई ने एसपी देहात से मिलकर थानाध्यक्ष सेलाकुई व अन्य पुलिस कर्मियों पर 8 मई की देर रात थाना सेलाकुई में उसके साथ अभ्रद्रता और मारपीट करने का आरोप लगाया।।

सोचने वाली बात यह भी है कि जब शिकायतकर्ता के साथ 8 मई को अभद्रता मारपीट की गई थी तो आखिर 10 दिन बाद उसने एसपी से शिकायत क्यों की। उसी दिन आकर शिकायत क्यों नहीं की। इसको लेकर भी गहन जांच की।

मामले की गंभीरता से लेते हुए देहरादून एसएसपी ने पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी सदर को सौपते हुए मामले की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ जांच करने केनिर्देशित दिए।

क्षेत्राधिकारी सदर ने तत्काल शिकायतकर्ता के बयान दर्ज करते हुए थाना सेलाकुई जाकर पूरे मामले की जांच की। जांच में घटना के समय रात में ड्यूटी में नियुक्त पुलिस कर्मियों के बयान लेते हुए थाना परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का अवलोकन किया गया, साथ ही घटना के दिन के समस्त अभिलेखों का निरीक्षण किया गया, पुलिस कर्मियों द्वारा अपने बयानों में 8 मई की रात में शिकायतकर्ता द्वारा शराब के नशे में थाना परिसर में आकर थानाध्यक्ष सेलाकुई और अधीनस्थ स्टाफ के साथ खनन अधिकारी और पुलिस द्वारा उसकी सूचना पर कार्यवाही न करने को लेकर वाद विवाद किया जाना बताया गया।

शिकायतकर्ता के शराब के नशे में होने पर पुलिस कर्मियों द्वारा शिकायतकर्ता का मेडिकल करवाने के उपरांत शिकायतकर्ता का धारा 81 पुलिस एक्ट के तहत चालान करते हुए उनके परिचित को थाने बुलाकर शिकायतकर्ता को उनके सुपुर्द करने की बात बताई गई।

उक्त प्रकरण में शिकायतकर्ता का मेडिकल करने वाले डॉक्टर से जानकारी करने पर उनके द्वारा भी अपने बयानो में दिनांक 08-05-2024 को शिकायतकर्ता के शराब के नशे में होने तथा उसके शरीर पर किसी भी प्रकार की चोट के निशान न होने की पुष्टि की गई। इसके अतिरिक्त शिकायतकर्ता द्वारा अपने बयानो में पुलिस द्वारा काफी ज्यादा मारपीट किये जाने तथा मारपीट के कारण शिकायतकर्ता के चलने की स्थिति में न होने की बात भी कही गई थी, जबकि थाना परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेज चैक करने पर दिनांक 09-05-2024 की प्रातः शिकायतकर्ता थाना के प्रागंण में फोन में बात करते हुए घुमता हुआ दिखायी दिया था।

पूरे प्रकरण की जांच व सीसीटीवी कैमरो के अवलोकन व चिकित्सको के बयानो के आधार पर शिकायतकर्ता के साथ किसी प्रकार की मारपीट होने की पुष्टि नही हुई है।

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