STF एसएसपी रहते आयूष अग्रवाल का शानदार काम, 83 शातिर गैंगस्टर-ईनामी अपराधियों को भेजा सलाखों के पीछे, दी गई भावभीनी विदाई

देहरादून : एक शानदार कार्यकाल के बाद एसएसपी आयुष अग्रवाल की उत्तराखण्ड एसटीएफ से भावभीनी विदाई  दी गयी। एसटीएफ SSP रहते आयुष अग्रवाल ने अपने कार्यकाल के दौरान 83 शातिर गैंगस्टर- ईनामी अपराधियों को भेजा सलाखों के पीछे भेजा।

देशभर में साईबर अपराधियों की नकेल खींच रखी थी- जिसमें अब तक राष्ट्रीय एवं अन्र्त्तराष्ट्रीय स्तर में संलिप्त 190 साईबर अपराधियों और उनके गिरोहों को बेनकाब करते हुये कई बडे साईबर ठगी के प्रकरणों का किया गया खुलासा।अपनी ठोस रणनीति से यू०एस०एस०एस०सी० की भर्ती की धांधली में संलिप्त 10 अपराधियों की 19 करोड़, 78 लाख 41 हजार रूपये की सम्पत्ति कुर्क कराई गई।

अपने मृदुल व्यवहार व तेज तर्रार कार्यशैली के लिये पहचाने जाने वाले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्पेशल टास्क फोर्स आयुष अग्रवाल का उत्तराखण्ड एस०टी०एफ० से स्थानान्तरण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जनपद टिहरी के पद हो जाने के कारण आज एस०टी०एफ० कार्यालय देहरादून में आयुष अग्रवाल को सभी एस०टी०एफ० अधिकारी एव कर्मचारिंगणों द्वारा भावभीनी विदाई दी गई।

इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक चन्द्र मोहन सिंह, पुलिस उपाधिक्षक आर०बी० चमोला, एस०टी०एफ० की विभिन्न यूनिटों के निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक और सभी कर्मचारीगण मौजूद रहे।

आयुष अग्रवाल ने 5.11.2022 को एस०टी०एफ० की कमान सम्भाली थी एवं तब से लेकर अबतक का उनका कार्यकाल कई शानदार उपलब्धियों से परिपूर्ण रहा है जिनमें से महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ ये रही है।

अपने कार्यकाल के दौरान आयुष अग्रवाल द्वारा तकनीकी क्षमता के उपयोग के साथ साथ एस०टी०एफ० की मैनुअल पुलिसिंग पर विशेष जोर रहा और उनकी इसी ठोस एवं सटीक रणनीति के परिणाम स्वरूप ही उत्तराखण्ड एस०टी०एफ० द्वारा उनके कार्यकाल में 27 लाख 83 हजार रू0 के 83 ईनामी दुर्दान्त एवं शातिर अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया। जिनमें से 02 लाख रू० व 01 लाख रू0 की ईनामी राशि के 08 ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी महत्वपूर्ण उपलब्धी रही है। जिसमें कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी के खिलाफ भी ठोस कार्यवाही की गयी थी। इसके अलावा फाईन्शियल फाड यूनिट के अन्तर्गत व्हाइट कॉलर अपराधियों के विरूद्ध भी ठोस कार्य किया गया

समाचार पत्रों में प्रकाशित होने वाले लुभावने लोन व मोबाईल टावर लगाने के विज्ञापनों की धोखाधड़ी पर प्रयुक्त होने वाले 231 मोबाईल नम्बरों के साथ साथ वित्तीय गतिविधियों में संलिप्त 259 कम्पनियों के सम्बन्ध में कार्यवाही की गयी और चार धाम हेली सेवा के नाम से 76 फर्जी बेवसाईट्स को बन्द करवाया गया तथा कई साईबर फाड़ करने वाले कॉल सेन्टर के विरूद्ध भी कार्यवाही की गयी। उत्तराखण्ड में भिन्न भिन्न परीक्षाओं में धांधली करने वालों के विरूद्ध भी उनके द्वारा काफी व्यापक स्तर पर कार्यवाही की गयी। जिसमें वन दरोगा ऑनलाईन भर्ती परीक्षा, फोरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा, वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ के पद की परीक्षा, भारतीय युवा खेलकूद परिषद में फर्जी भर्ती परीक्षा. आईलेट्स की परीक्षा में धांधली करने वाले अपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करते हुये ठोस कार्यवाही की गयी।

उनके कार्यकाल के दौरान यू०एस०एस०एस०सी० की भर्ती की धांधली में संलिप्त 10 अपराधियों की 19 करोड़ 78 लाख 41 हजार रूपये की सम्पत्ति कुर्क करने की कार्यवाही भी काफी चर्चा में रही।

आयुष अग्रवाल द्वारा इसके अलावा मा० मुख्यमन्त्री जी उत्तराखंड के ड्रग फ्री अभियान के तहत उत्तराखण्ड को नशा मुक्त करने में भी एस०टी०एफ० की ए०एन०टी०एफ० टीम द्वारा भी कई महत्वपूर्ण कार्य कराए गये । जिनमें 106 बड़े ड्रग्स तस्करों को गिरप्तार करते हुये करीब 28 करोड़ रूपये अनुमानित कीमत के ड्रग्स स्मैक, चरस, गांजा, अफीम, एमडी, नशीले इन्जेक्शन आदि बरामद किये गयें।

आयुष अग्रवाल द्वारा साईबर अपराधियों पर भी शिकंजा कसे रखा जिस के अन्तर्गत साईबर फाड करने वाले साईबर देशभर से 190 साइबर अपराधियों को देश के भिन्न भिन्न राज्यों से पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया। अपने कार्यकाल के दौरान करीब 02 लाख साइबर फ्रॉड के मामलों का निस्तारण क्रिया गया। उनके द्वारा एसटीएफ में अपराधियों के विरुध कराई गई कार्यवाहियां मील का पत्थर साबित होगें इसमें अतिशयोक्ति नहीं है।

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