देहरादून : केंद्रीय नेतृत्व ने उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के नाम पर मुहर लगाते हुए इस बार अनिल बलूनी की जगह उन्हें राज्यसभा भेजा. महेंद्र भट्ट निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुने गए। विपक्ष का कोई भी उम्मीदवार उनके सामने मैदान में नहीं उतरा। वहीं इसके बाद उत्तराखंड की जनता के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर फिर अनिल बलूनी को क्या जिम्मेदारी दी जाएगी और उनको कहाँ से चुनाव लड़वाया जाएगा?
वहीं सूत्रों के हवाले से अब खबर यह आ रही है कि अनिल बलूनी को पौड़ी सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ाया जा सकता है और इस बार तीरथ सिंह रावत का टिकट कट सकता है! हालांकि इसको लेकर अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है।
अगर बात करें अनिल बलूनी के कामों की तो लगातार अनिल बलूनी ने पौड़ी की जनता के साथ उत्तराखण्ड की जनता को कई सौगातें दी है और साथ ही कई ऐसे काम किए हैं जिससे पौड़ी की जनता ने उनका आभार जताया है।
अनिल बलूनी के सभी कामों और प्रयासों को देखते हुए यही कयास लगाए जा रहे हैं की पौड़ी की जनता को जिस तरीके से उन्होंने कई कार्यों की सौगात दी है और लाभ पहुंचाया है तो पार्टी हाईकमान उन्हें पौड़ी सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा सकती है और इस बार तीरथ सिंह रावत का टिकट कट सकता है। कहा ये भी जा रहा है कि उन्हें कोई और जिम्मेदारी दी जा सकती है हालांकि नाम त्रिवेंद्र सिंह रावत का भी चल रहा था लेकिन त्रिवेंद्र सिंह रावत को फिलहाल लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है।
अनिल बलूनी के उनके गृह जनपद पौड़ी लोकसभा सीट से चुनाव लडा़ने की आशंका जाहिर की जा रही है। अनिल बलूनी को राज्यसभा ना भेज कर पार्टी हाईकमान इस बार उन्हें पौड़ी लोकसभा सीट से मैदान में उतार सकती है।
कल पार्लियामेंट बोर्ड की बैठक, नामों पर मंथन
आपको बता दें कि कल 26 फरवरी को पार्लियामेंट बोर्ड की बैठक है जिसमें लोकसभा उम्मीदवारों के नाम पर मंथन और चर्चा की जाएगी और उसके बाद लिस्ट तैयार करके नाम की घोषणा की जाएगी। देखने वाली बात होगी कि आखिर अनिल बलूनी को पौड़ी से टिकट मिलता है या किसी और को? सवाल पूछने पर भाजपाईयों की जुबां पर एक ही बात है यह फैसला पार्टी हाई कमान का है।