देहरादून : यूकेएसएससी पेपर लीक मामले में अब तक 23 गिरफ्तारियां हो चुकी है। आज कुमाऊं से रिटायर अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं बता दें इस मामले में अब तक कई अधिकारी और कर्मचारी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। साथ ही जिला पंचायत सदस्य हाकम भी गिरफ्तार हुआ है जो कि इनका नकल माफिया है और सरगना बताया जा रहा है और इसके बाद एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं। और इस भर्ती घोटाले के बाद कई भर्ती परीक्षाएं भी चर्चाओं में आ गई है जिनमें धांधली होने की आशंका जाहिर की है और सीएम ने ऐसी सभी भर्तियों को रद्द करने की आदेश भी दिए हैं।
इस बीच हाकम की 2015 बैच के दरोगाओं के साथ फोटो वायरल हो रही है जो कि उत्तरकाशी के ही बताया जा रहे हैं और वह 2015 दरोगा की भर्ती में टॉपर भी रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाकम के साथ तीन दारोगाओं के नाम जुड़ रहे हैं। हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।
यह सभी फोटो और जानकारी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है और साथ ही हाकम सिंह ने भी फेसबुक में इनके साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि ट्रेनिंग के लिए अपने छोटे भाइयों को देहरादून पुलिस लाइन में छोड़कर आया हूं एक फोटो तो बनती है।
इस वायरल खबर से पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया है। यह बात साफ है कि उत्तरकाशी जिला इस पेपर लीक मामले में सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहा है। अधिकतर नकल माफिया और नकलची वहीं से गिरफ्तार भी हुए हैं। खुद हाकम सिंह के आसपास के एक गांव के 80 अभ्यर्थियों ने वीडीओ वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में सफलता पाई थी। ऐसी खबर वायरल हुई है जिसकी जांच एसटीएफ कर रही है। ऐसे में हाकम सिंह के साथ तीन दरोगाओं का नाम जुड़ रहा है जिसके बाद इन दारोगाओं की भर्ती पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
दरोगाओं का नाम जनेंद्र सिंह, नितिन व्यास और राज व्यास बताया जा रहा है। इनकी तस्वीरें खुद हाकम सिंह ने फेसबुक पर डाली हैं और लिखा है कि छोटे भाइयों को ट्रेनिंग के लिए देहरादून पुलिस लाइन छोड़कर आया हूं एक फोटो तो बनती है।
जानकारी मिली है कि इस भर्ती में राज व्यास ने सेकेंड रैंक जबकि जनेंद्र ने 18वीं रैंक हासिल की थी। वही हाकम सिंह के साथ फोटो है वायरल होने के बाद इन दरोगा की भर्ती पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। यह फोटो और स्क्रीनशॉट पुलिस ग्रुप में जमकर वायरल हो रहे हैं जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। ये जांच का विषय है। यह जांच का विषय इसलिए भी है क्योंकि यह दरोगा भी उत्तरकाशी के हैं।
हालांकि डीजीपी ने साफ किया है कि किसी के साथ फोटो खिंचवाने से वह अपराधी नहीं बन जाते क्योंकि फोटो तो आए दिन किसी भी नेता के साथ और अधिकारी के साथ खिंचाई जा सकती है।