उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है. जी हां बता दें कि आज शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा पांचवी कक्षा तक की पढ़ाई स्थानीय भाषा में कराने का फैसला लिया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसके लिए संभावनाएं तलाश कर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले से ही गढ़वाली और कुमाऊंनी भाषा की पढ़ाई करवाई भी जा रही है।
उत्तराखण्ड के राजकीय विद्यालयों में प्रवेश की दर को बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेशोत्सव मनाया जा रहा है। इसकी शुरूआत आज प्रदेशभर में हुई। 15 सितम्बर तक आयोजित होने वाले प्रवेशोत्सव के पहले दिन आज शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने वर्चुअल क्लास रूम के माध्यम से प्रदेशभर के जन प्रतिनिधियों से उनके सुझावों के लिए संवाद किया। नवोदय विद्यालय तपोवन के केन्द्रीय स्टूडियो से हम सबका प्रयास-शिक्षा का विकास नाम से आयोजित संवाद में शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस साल से कक्षा छह में आने वाले बैच की पढ़ाई पूरी तरह अंग्रेजी माध्यम से होगी। कक्षा पांच तक के बच्चों को उनकी मातृभाषा में ही पढ़ाया जाएगा। संवाद में कई विधायक, नगर निगमों के मेयर, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों के अध्यक्ष जुड़े और सुझाव दिए।