बागेश्वर चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने कमरकस ली है एक और जहां भाजपा अपनी जीत का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस का कहना है कि अब बागेश्वर में कांग्रेस का प्रथम लगाएगा हालांकि बीते दिन कांग्रेस को बड़ा झटका भी लगा रंजीत दास भाषा में शामिल हो गए वहीं अब खबर है कि आप नेता बहन कुमार कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं और उन्हें वहां से प्रत्याशी घोषित किया जाएगा बात करें बसंत कुमार की तो 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें अच्छा खासा वोट बैंक हासिल हुआ था। बसंत कुमार को 20000 से ज्यादा वोट हासिल हुए थे और वह दूसरे नंबर पर रही थे। हालांकि वह हार गए थे।
वही रंजीत दास के भाजपा में शामिल होने पर कांग्रेस का कहना है कि ऐसे धोखेबाज भाजपा को ही मुबारक हो।
करण माहरा का कहना है कि रंजीत दास को खुद पर विश्वास नहीं था। उनका नाम कांग्रेस के प्रत्याशी पैनल में गया था। अभी टिकट फाइनल भी नहीं हुआ था। इससे पहले ही वह भाजपा में शामिल हो गए। करन माहरा ने कहा कि रंजीत दास के पिता गोपाल रामदास को कांग्रेस ने यूपी के तत्कालीन नारायण तिवारी सरकार में मंत्री बनाया था। रंजीत दास को हरीश रावत ने अपना ओएसडी बनाया था।
पार्टी ने उन्हें नगर पालिका अध्यक्ष से लेकर विधायक तक का टिकट दिया। उन्होंने पार्टी का लाभ तो उठाया लेकिन पार्टी को जरूरत के समय छोड़ दिया।
वही खबर है कि कांग्रेस बागेश्वर से बसंत कुमार को टिकट देगी और जब वह कांग्रेस में शामिल होंगे