देहरादून : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की लालकुआं से बंपर वोटों से हार हुई। हालांलि उनकी बेटी हरिद्वार ग्रामीण से चुनाव जीत गए हैं लेकिन हरदा फिर से हार गए। लालकुआं से भाजपा प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट ने 17527 वोटों से हराया। ये अंतर बहुत बड़ा है जिससे हरीश रावत की दिग्गज हार करार दिया गया।। वहीं अब लालकुआं से भितर घाट की बात उठने लगी है। हरीश रावत की हार के पीछे अपनों का और साथियों का हाथ बताया जा रहा है। हरीश रावत के करीबियों का कहना है कि भितरघात हुआ है।
हरदा के चहेतों ने कई बड़े बयान दिए हैं और लालकुआं में भितर घात का आरोप लगाया है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव गोपाल रावत ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि हरीश रावत लालकुआं विधानसभा सीट से हारने वाले नहीं थे, लेकिन उनके साथ घूमने वाले 2 लोग ने उन्हें हराने का काम किया। उनके साथ जो 9 नंबरी और 10 नंबरीथे उन्होंने हरीश रावत को हराने का काम किया है। गोपाल रावत ने कहा कि वो उनके साथ कार में घूमे और जहां वोट थे वहां उनको उतरने नहीं दिया।
कांग्रेस नेता गोपाल रावत ने कहा कि हरीश रावत के साथ चुनाव में घूम रहे दोनों नेताओं ने जमीन में कार्यकर्ताओं से मिलाने के बजाय हरीश रावत को गोल घेरे में उलझाए रखा। इतना ही नहीं हरीश रावत को कार्यकर्ताओं से भी नहीं मिलने दिया और तो और यह 9 नंबरी और 10 नंबरी नेता अपने बूथ से हरीश रावत को वोट तक नहीं दिला पाए। गोपाल रावत ने कहा कि हरीश रावत के इर्द-गिर्द घूम रहे दोनों नेताओं ने जमीन पर बिल्कुल भी काम नहीं किया नहीं तो हरीश रावत नहीं हारते।