देहरादून शहर क्षेत्रान्तर्गत कतिपय वाहन चालकों द्वारा अपनें वाहन को मार्ग पर ही खडे किये जाने की प्रवृति के कारण राजधानी की यातायात व्यवस्था में इस प्रकार वाहन चालकों का सहयोग न करना यातायात के प्रति नकारात्मक संदेश प्रसारित हो रहा है । शहर क्षेत्रान्तर्गत अधिकांश यह भी देखा जा रहा है कि शहर में अवस्थित स्कूलों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं के अभिभावकों द्वारा अपने वाहनों को नो-पार्किंग जोन में और 02 मिटन का बहाना बनाकर अपने वाहनों को मार्ग पर और डबल लेन में वाहनों को बेतरतीबी तरीक़े से खडा कर मार्ग को अवरुद्ध किया जा रहा है।
शहर क्षेत्रान्तर्गत पार्किंग की समस्या के कारण स्कूली में अध्यनरत छात्रों के अभिभावकों को एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे ने पू्र्व में भी कई बार नोटिस प्रेषित कर यातायात व्यवस्था में अपेक्षित सहयोग दिये जाने की अपेक्षा की गयी थी लेकिन कपितय अभिभावकों द्वारा इसे गम्भीरता से नहीं लिया जा रहा है ।
ट्रैफ़िक पुलिस द्वारा पूर्व में शहर के मुख्य 35 स्कूल का स्कूल स्पेसिफ़िक यातायात प्लान बनाया था। उदाहरण के तौर पर अपेक्षा की गयी थी कि सेंट जोसेफ स्कूल में अध्यनरत छात्रों को पिकअप / ड्राप करनें वाले अभिभावक अपने वाहनों को राजपुर रोड से पार्किंग में लाया जाए अथवा परेड ग्राउण्ड में पार्क करनें परन्तु इसका पालन नहीं किया जा रहा है । जिस क्रम में आज यातायात पुलिस द्वारा सीजेएम / सेंट जोसेफ / परेड ग्राउण्ड क्षेत्रान्तर्गत मार्ग पर यातायात को प्रभावित करनें वाले लगभग 15 वाहनों पर क्लैम्प की कार्यवाही की गयी है यदि वाहन चालक यातायात व्यवस्था में अपना योगदान नहीं देगें तो यह कार्यवाही सतत जारी रहेगी ।
देहरादून एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे ने कहा कि ट्रैफ़िक पुलिस के प्रयासों से बहुतांश जगह अभिभावकों को पार्किंग दी गयी हे। लेकिन चंद लोग अपना समय बचाने के लिए स्कूल गेट के सामने गाड़ी छोड़कर जाते हे जिससे स्कूल बस या अन्य अभिभावकों के वाहनो को निकालने में देरी होती हे। उन्ही कुछ अभिभावक जो बाज़ नहीं आ रहे उनपर ये कार्यवाही की गयी हे जो आने वाले दिनो में और तेज होगी।