बदरीनाथ : शीतकाल के लिए बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद हो गये हैं। रविवार रात नौ बजकर सात मिनट पर धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए। इस वर्ष 14 लाख 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओ ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा-2024 का समापन हुआ।
जय श्री बदरीविशाल के उदघोष के साथ विधि-विधान से आज 17 नवंबर, रात्रि को 9 बजकर 07 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए है। हजारों श्रद्धालु कपाट बंद के दिन धाम में मौजूद रहे। 18 नवंबर प्रात: देव डोलियां योग बदरी पांडुकेश्वर तथा जोशीमठ प्रस्थान करेगी। योग बदरी पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में 19 नवंबर से शीतकालीन पूजाएं शुरू होंगी।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बदरीनाथ धाम यात्रा समापन के अवसर पर भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन तथा मंदिर समिति के समन्वयन से श्री बदरीनाथ यात्रा कुशलतापूर्वक संपन्न हुई। रिकार्ड संख्या में तीर्थयात्री बदरीनाथ पहुंचे है। इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने भी यात्रा समापन अवसर पर सभी श्रद्धालुओं का धन्यवाद ज्ञापित किया है।
सीएम धामी ने इस मौके पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि जय बदरी विशाल! भू बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज संपूर्ण विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शीतकाल के लिए श्रद्धापूर्वक बंद कर दिए गए। प्रभु बदरी विशाल से आप सभी के सुख-समृद्धि, मंगलमय एवं आरोग्यपूर्ण जीवन की कामना करता हूं।