मंगलौर में हो रहे मतदान के दौरान हंगामा हुआ। लिब्बरहेड़ी में हुए बवाल को लेकर देर शाम तक हंगामा जारी रहा। लिब्बरहेड़ी गांव जाने की जिद कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पुलिस ने नहर पुल के पास रोक लिया। इस बात को लेकर काफी देर तक नोकझोंक होती रही। इसके बाद हरीश रावत वहीं पर बैठकर मंत्र जाप करने लगे।
वहीं इसकू बाद पुलिस उनको सरकारी गाड़ी में बैठाकर मंगलौर कोतवाली ले आई। यहां पर पूर्व सीएम और उनके समर्थकों ने खुद को हवालात में बंद कर लिया और पुलिस प्रशासन पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। वहीं बवाल के मामले में एक तहरीर भी पुलिस को दी गई है।
पूर्व सीएम हरीश रावत को मंगलौर पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस ने लिब्बेरहेडी गांव में जाने से हरीश रावत को रोका तो उनके समर्थक आग बबूला हो गये। प्रीतम सिंह, यशपाल आर्य, करण मेहरा सहित कई दिग्गज नेताओं ने कोतवाली मेंधरना दिया। हरीश रावत ने खुलेआम लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया।
कहा कि उपचुनाव में भाजपा कार्यकर्ता गुड़ागर्डी पर उतारू हो गये हैं। पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है। हरीश रावत का आरोप है कि पुलिस प्रशासन मतदाताओं को डराने में जुटा है।