देहरादून :एसटीएफ ने एक बार फिर से फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया। अगर आपको भी कोई फोन आए और फ्री क्रेडिट कार्ड का ऑफर दे तो सावधान हो जाइये।
हेलो सर आईसीआईसीआई बैंक केडिट कार्ड डिपार्टमेन्ट से नेहा शर्मा बात कर रही हूँ,सर आईसीआइसीआई बैंक आपको फी आफैं कॉस्ट कडिट कार्ड ऑफर कर रहा है। जिसकी लिमिट आपको 5 लाख तक प्रोवाइड की जाएगी सर, क्या आप इंटरेस्टेड हो केडिट कार्ड लेने के लिए ?।” फिर आपकी एक सहमती और आपका बैंक एकाउन्ट खाली हो जाएगा।
एसटीएफ का कहना है कि उत्तराखण्ड को जाम तरान हीं बनने देंगे। बता दें कि एसटीएफ ने जनपद हरिद्वार में साईबर ठगों के एक और कॉल सेन्टर का खुलासा किया। एसटीएफ ने विगत माह से अब तक 03 कॉल सेन्टरों पर कार्यवाही की है।
साईबर ठगों के गिरोह के सरगना को गिरप्तार कर उसके कब्जे से 06 मोबाईल फोन, 14 डेबिट कार्डस, 01 फीनो पेमेन्ट बैंक की पीओएस मशीन, 01 कम्प्यूटर मय सीपीयू, बैंक की पासबुक एवं लाखों रूपये के लेन देन के रजिस्टरों को बरामद किया गया।
एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने जानकारी देते हुये बताया कि विगत कुछ समय से देशभर में केडिट कार्ड के नाम पर फर्जी कॉल कर उनसे धोखाधड़ी किये जाने की घटनाओं को देखते हुए एसटीएफ ने गृह मन्त्रालय के 14c के विभिन्न वेब पोर्टलो का अवलोकन करने पर पाया कि केडिट कार्डस व अन्य माध्यमों से आम जन मानस को धोखा देकर आनॅलाईन ठगी कर लाखों रूपये हड़पने की 22 घटनाओं में जो गिरोह संलिप्त है, वो वर्तमान में जनपद हरिद्वार क्षेत्रार्न्तगत् थाना सिडकुल में सक्रिय है।
इस पर एसटीएफ एसएसपी ने अपनी टीम को इस गिरोह की गतिविधियों पर गहनता से जांच करने एवं इस गिरोह के सदस्यों को चिन्हित करते हुये ठोस कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जांच के दौरान विभिन्न मोबाईल नम्बरों के डेटा का विश्लेषण किया गया साथ ही प्रकाश में आये संदिग्ध बैंक एकाउंटस के लेन देन का विवरण चैक किया गया तो पाया कि इन संदिग्ध बैंक खातों में राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बंगाल और देशभर के अन्य राज्यों से अलग अलग लोंगो के बैंक एकाउन्ट से पैसा गिरोह के खातो में निरन्तर स्थानान्तरित किया जा रहा था। इनके संदिग्ध खातो में पिछले कुछ महीनो में में 70 लाख रूपये का लेन-देन पाया गया।
इसके बाद इस गिरोह की सटीक जानकारी के लिये अपनी एसटीएफ टीम को थाना सिडकुल क्षेत्र में लगाया गया था, जिस पर बीते दिन देर सांय को सटीक सूचना पर एसटीएफ ने मोहल्ला रामनगर, ग्राम रावली महदूद थाना सिडकुल हरिद्वार में एक घर में छापा मारकर एक व्यक्ति विपिन पाल पुत्र बृजपाल निवासी रामनगर रावली महदूद थाना सिड़कुल जनपद हरिद्वार मूल स्थायी पता ग्राम पिन्डोरा जहांगीरपुर थाना झिंझाना जिला शामली उ०प्र० उम्र 26 वर्ष को गिरप्तार किया गया। उससे एसटीएफ टीम को 06 मोबाईल फोन, 04 मोबाईल फोन के खाली डिब्बे, 01-कम्प्यूटर मोनिटर, 01-सीपीयू, 14 डेबिट कार्ड, 03 रजिस्टर व 01 आईसीआईसीआई बैंक की चैकबुक, 01 फीनो पेमेंट बैंक की पीओएस मशीन बरामद हुयी है।जिनके सम्बन्ध में थाना सिडकुल पर धारा 419, 420, 120 (बी) भादवि व धारा 66सी, 66डी आई०टी० एक्ट का अभियोग पंजीकृत करते हुये आरोपी को थाना सिडकुल में दाखिल किया गया है।
एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी विपिन पाल से पूछताछ में पता चला है कि वह हरिद्वार में 2017 से रह रहा है, मूल रूप से ग्राम पिंडोरा जहाँगीरपुर थाना झिझांना जिला शामली उ०प्र० का रहने वाला है। वह 10वीं पास है और पिछले कई सालों से केडिट कार्ड, इंश्योरेंस एवं विभिन्न लोन दिलाने के नाम पर फोन के माध्यम से काल कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। उसके साथ इस काम में 11 व्यक्ति एक गिरोह बनाकर ऑनलाइन ठगी का कार्य कर रहे थे। सभी को अलग अलग काम दिया गया था। जिसे विपिन पाल द्वारा ही संचालित किया जा रहा था।
एसएसपी ने बताया कि अन्य गिरोह के 03 सदस्यों जिनका कार्य ऐसा डाटा उपलब्ध कराना होता था जिनके साथ ठगी की जानी है। ये लोग क्रेडिट कार्ड आदि के नाम पर फर्जी बैंक कर्मचारी बन कर काल करते थे और उनसे क्रेडिट कार्ड जिसकी लिमिट 05 लाख रूपये तक बताकर उसे स्वीकृत किये जाने को लेकर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर ठगी कर लेते थे। इसके अलावा लोगों को ठगने के लिये उनको फर्जी लिंक भेज कर उनका फोन हैक कर धनराशि को अपने पास मौजूद बैंक खातों में ट्रांसफर कर लेते है।इस गिरोह द्वारा फर्जी लिंक, बैंक खाते एवं फर्जी आई०डी० के सिम अन्य गिरोह के 03 व्यक्तियो द्वारा उपलब्ध कराया जाता था।
पकड़े व्यक्ति विपिन पाल ने पूछताछ में ही बताया कि ठगी से प्राप्त धन से रामनगर रावली महदूद में ही अपने घर के पास ही एक दो मंजिला नया घर खरीदा गया है। फर्जी कॉल करने के लिये एक आफिस ब्रहमपुरी बाजार में खोला गया था जहां से कम्पयूटर, मोबाईल फोन, क्रेडिट कार्डस, लेन देन के रजिस्टर, फिनो की पीओएस मशीन, चैक बुक व अन्य सामान बरामद किया गया है।
धोखाधड़ी के लिये इस गिरोह द्वारा एनक्सटी, जीपे, पेटीएम, पेजैप, नो ब्रोकर पे, फोन पे एप्प आदि फोन एपस् को इस्तेमाल किया जाता था। बरामद रजिस्टर के एक पेज में कॉल करने की स्किप्ट लिखी गयी है जिसमें लिखा गया है कि “हेलो सर आईसीआईसीआई बैंक केडिट कार्ड डिपार्टमेन्ट से नेहा शर्मा बात कर रही हूँ सर आईसीआइसीआई बैंक आपको फी आफॅ कॉस्ट कडिट कार्ड ऑफर कर रहा है। जिसकी लिमिट आपको 5 लाख तक प्रोवाइड की जाएगी सर, क्या आप इंटरेस्टेड हो. क्रेडिट कार्ड लेने के लिए के लिये।” इसके पश्चात सामने वाले व्यक्ति की सहमति पर उसे एक लिंक भेजा जाता और उसके फोन का सारा एक्सेस ले लिया जाता फिर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया जाता था। एसटीएफ द्वारा गिरोह के अन्य लोगों की गिरप्तारी हेतु आगे की कार्यवाही की जा रही है।
गिरप्तार किये गये अभियुक्त का नाम
विपिन पाल पुत्र बृजपाल निवासी रामनगर रावली महदूद थाना सिड्कुल जनपद हरिद्वार मूल स्थायी पता ग्राम पिन्डोरा जहांगीरपुर थाना झिंझाना जिला शामली उ०प्र० उम्र-26 वर्ष
बरामदगी
06 मोबाईल फोन, 14 डेबिट कार्डस, 01 फीनो पेमेन्ट बैंक की पीओएस मशीन, 01 कम्प्यूटर मय सीपीयू बैंक की पासबुक एवं लेन देन के रजिस्टर।
गिरप्तार करने वाली टीम
1. निरीक्षक यशपाल विष्ट।
2. उ०नि० धर्मेन्द्र सिंह रौतेला,
3. उ०नि० यादविन्दर बाजवा,
4. स०उ०नि० हितेश कुमार,
5. हे०का० संदेश यादव,
6. हे०का० बिरेन्द्र नौटियाल,
7. का० अनिल कुमार,
8. का० देवेन्द्र सिंह,
9. का० रवि पन्त,
10. का० नितिन कुमार