पौड़ी – अंकिता भंडारी हत्याकांड को हुए 1 साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन अभी तक उसके आरोपियों को सजा नहीं मिली है। अंकिता के माता-पिता बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में इन दिनों अदालती कार्यवाही चल रही है. गवाह और बुलडोजर चालक दीपक ने अदालत में अपना बयान दर्ज करते हुए कहा कि उसने तत्कालीन उपजिलाधिकारी और भाजपा विधायक रेणू बिष्ट के कहने पर वनंत्रा रिजॉर्ट में जेसीबी चलाई थी.
श्यामपुर निवासी बुल्डोजर चालक दीपक ने शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीना नेगी की अदालत में अपना बयान दर्ज कराते हुए कहा कि उसने तत्कालीन उपजिलाधिकारी और मौजूदा यमकेश्वर विधायक रेनु बिष्ट के निर्देश पर जेसीबी चलाकर रिजॉर्ट का गेट, चारदीवारी, दो कमरों की दीवारें और खिड़कियां तोड़ी थीं.बचाव पक्ष के अधिवक्ता अनुज पुंडीर और अमित सजवाण के अनुसार, दीपक ने अदालत को बताया कि उस दौरान वह सत्येंद्र सिंह रावत की जेसीबी चलाता था और उनके निर्देश पर वह 23 सितंबर 2022 को जेसीबी लेकर वनंत्रा रिजॉर्ट गया था.
उसने बताया कि तत्कालीन उपजिलाधिकारी के निर्देश पर उसने रिजॉर्ट का गेट और चारदीवारी तोड़ दी और फिर वह हरिद्वार चला गया. दीपक ने बताया कि हरिद्वार में वह शिवमूर्ति के पास पहुंचा ही था कि तभी यमकेश्वर की विधायक रेनू बिष्ट के निजी सहायक (पीए) ने फोन कर उसे फिर जेसीबी के साथ रिजॉर्ट पहुंचने को कहा. वह जेसीबी लेकर फिर रिजॉर्ट पहुंचा तो वहां पर विधायक बिष्ट भी मौजूद थीं और उनके निर्देश पर ही उसने दो कमरों की दीवारें व खिड़कियां तोड़ दीं.