हल्द्वानी : देहरादून समेत कई जिलों में अवारा गाय, कुत्ते, सांड और बंदरों का आतंक छाया रहता है। बंदर लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं तो वहीं कुत्ते राह चलते को काट लेते हैं. अवारा गाय और सांड भी कई लोगों को घायल कर चुके हैं और कइयों को मौत के घाट उतार चुके हैं. ऐसा ही एक मालमा हल्द्वानी के कालाढूंगी थाना क्षेत्र के कोमला भूरी गांव से सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार कोमला भूरी गांव में एक आवारा सांड ने महिला को पटक-पटककर मार डाला। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 35 साल की दीपा देवी मंगलवार शाम को गाय चराकर लौटी थी। इस दौरान एक सांड भी गायों के साथ घर आ गया। महिला उसे भगाने लगी कि सांड ने सींग से उठाकर उसे पटक दिया। वो गंभीर रुप से घायल हो गई। आनन फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। रास्ते में दीपा ने दम चोड़ दिया।
जानकारी मिली है कि महिला के 4 बच्चे हैं। मृतका के पड़ोसी सुनील कुमार का आरोप है कि महिला के घायल होने की सूचना एंबुलेंस को दी गई लेकिन 1 घंटे तक एंबुलेंस नहीं आई। इसके बाद वह अपनी कार से महिला को इलाज के लिए कालाढूंगी ले गए। वहां भी इलाज के दौरान कर्मचारियों ने लापरवाही बरती। मात्र गुलकोज चढ़ाकर महिला को हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया। समय से एंबुलेंस नहीं आई ना ही इलाज मिला अगर दोनों समय पर मिल जाते तो दीपा की जान बच सकती थी। इससे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
मृतका के परिजनों ने जानवरों के आतंक से निजात दिलाने और आर्थिक मुआवजे की मांग की है। स्थानीय लोगों में गुस्सा है। परिवार और लोगों का आरोप है कि उनके क्षेत्र में आवारा पशुओं आतंक बना हुआ है। और आज इसी वजह से महिला की जान गई। अगर टाइम लेते एक्शन लिया जाता और एंबलुेंस समय पर मिल जाती तो उसकी जान बच जाती। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा और शव परिजनों कौ सौंपा।