25 जनवरी को उत्तराखंड का चुनाव की मतगणना हुई और रिजल्ट घोषित किया गया जहां निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना दमखम दिखाया बात करें श्रीनगर मसूरी की तो वहां पहले मेयर महिला चुनी गई है कोई मिलकर उत्तराखंड का निकाय चुनाव काफी रोचक और हंगामड़ा रहा ऋषिकेश में पथराव तक हुआ जहां पुलिस को भीड़ को चढ़ाने के लिए हल्का-हल्का प्रयोग करना पड़ा।
वहीं उत्तराखंड में एक गजब का मामला सामने आया है जहां पर एक प्रत्याशी को सिर्फ अपना ही एक वोट मिला जिसके बाद लोग खूब हंसी उड़ा रहे हैं और कह रहे हैं कि उसके परिवार वाले और रिश्तेदारों ने भी उसको वोट नहीं दिया।
उधम सिंह नगर के एक नगर पालिका में वार्ड मेंबर का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी को अपनों का भी आशीर्वाद नहीं मिल पाया. नगला नगर पालिका में वार्ड मेंबर पद पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी को सिर्फ एक वोट पड़े, यह उनका खुद का वोट था. 367 वोटरों के वार्ड में प्रत्याशी को अपने वोट के अलावा किसी ने वोट ही नहीं दिया.
उधम सिंह नगर में अस्तित्व में आने के बाद नगर नगर पालिका में पहली बार चुनाव हुए. 7 वार्ड की नगर पालिका में वार्ड मेंबरों ने पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा. जैसे ही मतगणना हुई तो वार्ड 7 गोलगेट से सभासद का चुनाव लड़ रहे चार निर्दलीय प्रत्याशियों की धड़कन तेज होने लगी, लेकिन मजे की बात तो ये थी कि 367 वोटरों की संख्या वाले वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी वरुण कुमार को महज एक वोट ही पड़े. उन्हें अपनों ने तक वोट नहीं किया.
वहीं, जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी देवेंद्र यादव को 165 वोट तो दूसरे स्थान पर रही गंगावती देवी को 118 मत पड़े. जबकि, तीसरे स्थान पर रहे चिराग शर्मा को 6 वोट मिले. वहीं, चौथे स्थान पर रहे वरुण कुमार को सिर्फ अपने ही वोट यानी 1 वोट से संतोष करना पड़ा. इसके अलावा एक वोट नोटा और 6 वोट रद्द पाए गए. वहीं, एक वोट पाने वाले प्रत्याशी को लेकर चर्चाओं से बाजार गर्म है. हर कोई उस प्रत्याशी के बारे में जानने की कोशिश कर रहा