उत्तराखंड में कोरोनावायरस का कहर कम हो गया है लेकिन अब उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में गुलदार का कहर बरप ना शुरू हो गया है। जी हां बता दें कि बीते दिन टिहरी के हिंडोलाखाल से दुखद खबर सामने आई थी जहां गुलदार ने आंगन में बर्तन धो रही महिला को अपना निवाला बनाया था जो कि गांव में अपने दिव्यांग बेटे के साथ रहती थी। वहीं इसके बाद वन विभाग ने उत्तराखंड और सहारनपुर समेत हिमाचल से शिकारी गुलदार के शिकार के लिए बुलाए थे लेकिन इससे पहले आज फिर हिंडोलखाल क्षेत्र में ही गुलदार ने एक और महिला को अपना निवाला बना दिया जो कि बकरी चराने जंगल गई थी लेकिन बता दें कि देर शाम गुलदार का खात्मा हो गया है। गुलदार उत्तराखंड वन विभाग के ही शिकारी की गोली की भेंट चढ़ गया।
ताजा मामला गंगोलीहाट के पाली-पोखरी का है। जानकारी मिली अभी शाम लगभग 5:45 के आसपास दुकान से लौट रहे बच्चों में से एक 10 साल के बच्चे को गुलदार ने अपना निवाला बना दिया है। बच्चे की मौत हो गई है। जानकारी मिली है कि 10 साल का बच्चा अपनी बहन के साथ दुकान जा रहा था तभी रास्ते में घात लगाए बैठे गुलदार ने उसे अपना निवाला बना दिया वहीं कुछ ही दूरी पर बच्चे का सिर खाया हुआ शव बरामद हुआ है। ग्रामीणों के शोर मचाने से बाघ मृत बच्चे को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। इससे गांव में दहशत का माहौल है। लोगों ने वन विभाग के प्रति नाराजगी जाहिर की है और रोष व्यक्त किया है।