हरीश रावत को पार्टी ने रामनगर से टिकट दे दिया है। वही हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं को मन पसंदीदा सीट लैंसडाउन से टिकट दिया गया है लेकिन बता दें कि कांग्रेस में बगावत के स्वर मुखर होने लगे।
इनमें एक और नाम सुनी जा रहा है वह है हरीश रावत के खासम खास रहे रंजीत रावत। जी हां हरीश रावत को रामनगर से टिकट मिलने के बाद अब रंजीत रावत और उनके समर्थकों में रोष फैल गया है। कभी जय वीरु की जोड़ी के नाम से जाने जाने वाले हरीश और रंजीत रावत के रिश्ते में खटास पैदा हो गई है। इसका बड़ा कारण है हरीश रावत को रामनगर टिकट कर देना।
सैकड़ों की संख्या में रंजीत रावत के मोतीपुर स्थित घर पर उनके समर्थक जमा हुए। वहीं, अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए सल्ट के पूर्व विधायक और कभी हरीश रावत के खास रहे रंजीत रावत ने कहा कि ‘पद छिन सकता है, टिकट छिन सकता है लेकिन कोई हमारे हौसले को नही छीन सकता, हम लड़ेंगे और जीतेंगे। रंजीत रावत के बयान से साफ हो गया है कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगे चाहे निर्दलीय लड़े।
वहीं अब रामनगर से हरीश रावत को टिकट मिलने के बाद साफ है कि वो कांग्रेस से बगावत करेंगे और निर्दलीय होकर चुनाव लड़ेंगे और अगर ऐसा हुआ तो हरीश रावत समेत कांग्रेस पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है।