हल्द्वानी : शादी के दो साल बाद ही कोरोना महामारी के चलते पति को खोने वाली महिला ने बेटे को जन्म दिया है। पति के ही जन्मदिन पर नवजात बेटे ने भी जन्म लिया है। ऐसे में दिवंगत का अक्स नवजात में देखकर मां व दादा-दादी की आंखों में खुशी के आंसू हैं।
हल्द्वानी के प्रगति बिहार, पुरानी आइटीआइ निवासी 25 वर्षीय बबीता दुमका की शादी करीब तीन वर्ष पहले हुई। 30 वर्षीय पति कमलेश दुमका ज्वैलरी की दुकान पर काम करके जीवन यापन कर रहे थे। माता-पिता, भाई, बहन व पत्नी के साथ परिवार बेहतर चल रहा था। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में वह कोविड संक्रमित हो गए। जिसके चलते 31 मई को उन्हें जान गंवानी पड़ी। बेटे की असमय मौत से पूरे परिवार में कोहराम मच गया। पति की मृत्यु के समय पत्नी बबीता 7 महीनेकी गर्भवती थी।
महिला चिकित्सालय की ओर से डिलीवरी की तारीख 16 से 19 अगस्त के बीच दी गई थी। रोडवेज चाइल्ड लाइन की समन्वयक पुष्पा कांडपाल ने परिवार से मिलकर हिम्मत बढ़ाई। चिकित्सकीय जांच में गर्भनाल फंसने के चलते 16 अगस्त को ही आपरेशन से नवजात बेटे का जन्म हुआ। दिवंगत पति का जन्मदिन भी 16 अगस्त होने से परिवार में खुशी का माहौल है। चाइल्ड लाइन समन्वयक पुष्पा कांडपाल ने बताया कि बच्चे को वात्सल्य योजना का लाभ दिया जा रहा है। जिसके लिए औपचारिकता पूरी की जा रही है।
कोरोना महामारी में पति को खोने के बाद बबीता टूट सी गई थी। ऐसे में ससुर हरिशंकर दुमका ने हौंसला बढ़ाया। कृषि विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद हरिशंकर घर ही रहते हैं। बड़े बेटे को खोने के बाद परिवार में छोटा बेटा, बड़ी बेटी की शादी की जिम्मेदारी भी है। फिलहाल नया मेहमान आने के बाद परिवार में फिर से चहल-पहल का माहौल हो गया है










