आज जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के दौरान गहमागहमी देखने को मिली। नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान बवाल के कारण हाईकोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा जिसके बाद अब यहां दोबारा चुनाव होगा। हाईकोर्ट ने यहां 18 अगस्त को दोबारा चुनाव कराने का आदेश दिया है। कांग्रेस की ओर से जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण होने के आरोप को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिसके बाद हाईकोर्ट ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को दोबारा करने का आदेश दिया है।
हाईकोर्ट लापता हुए जिला पंचायत सदस्यों का अभी तक पता नहीं लगने से नाराज है। इस मामले में एसएसपी ने कहा कि उन्होंने प्रकरण से संबंधित कोई वीडियो नहीं देखा है। जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम वंदना ने हाई कोर्ट में कहा, कि राज्य निर्वाचन को सिफारिश भेजी जा रही है। एसएसपी को सदस्यों को अगवा करने वालों पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया में घटनाक्रम के वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं।
बता दें कि कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा गुंडागर्दी करके उनके सदस्यों की किडनैपिंग कर रही है। वायरल वीडियो में कुछ सदस्यों को जबरन माल रोड से टाकर ले जाते हुए देखा जा सकता है। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने हाईकोर्ट का रुख किया। हाईकोर्ट ने पुख्ता सुरक्षा के बीच मतदान कराने और किडनैप हुए सदस्यों का पता लगाने के लिए एसएसपी को निर्देशित किया।
कोर्ट ने पुलिस सुरक्षा में सदस्यों को मतदान करने के निर्देश दिए। कोर्ट के निर्देशों के बाद भारी पुलिस बल दो वाहनों में 10 सदस्यों को लेकर जिला पंचायत कार्यालय पहुंचा। जहां गहमा गहमी के बीच पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सदस्यों ने मतदान किया। लेकिन 5 सदस्य, डिकर सिंह मेवाड़ी, प्रमोद सिंह, तरुण कुमार शर्मा, दीप सिंह बिष्ट और विपिन सिंह वोटिंग के लिए नहीं पहुंच सके। माना जा रहा है कि इन्हीं 5 सदस्यों की किडनैपिंग की गई है। इसके बाद हाईकोर्ट ने 18 अगस्त को दोबारा चुनाव का आदेश दिया
यहां जिला पंचायत के कुल 27 सदस्य हैं। 12 सदस्य हंगामे से पहले मतदान कर चुके हैं। माना जा रहा है कि ये भाजपा समर्थित सदस्य हैं। कांग्रेस का दावा है कि उनके पास 15 सदस्यों का समर्थन हासिल है। जिनमें से 5 सदस्यों को किडनैप किया गया।