नैनीताल : उत्तराखंड सरकार ने पर्यटकों को देवभूमि में प्रवेश की अनुमति दे दी है लेकिन शर्तों के साथ. जबसे उत्तराखंड के बोर्डर बाहरों राज्यों के लोगों के लिए खुले हैं तब से लगातार लोग यहां पर्यटक स्थलों पर घूमने आ रहे हैं और वादियों का लुत्फ उठा रहे हैं। अब तक उत्तराखंड से कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जब बाहरी राज्यों के लोगों को पुलिस ने नियम का पाठ पढ़ाया तो वो लोग पुलिस से ही भिड़ गए। नैनीताल में पर्यटकों ने पुलिस के साथ अभद्रता की और गाली गलौच की जिसके बाद पुलिस ने उन पर कार्रवाई की तो वहीं अल्मोड़ा में खूब हाल ही में हिमाचल औऱ दिल्ली के सैलानियों ने पुलिस से अभद्रता की जिसके बाद पुलिस ने उन पर मुकदमा दर्ज किया तो वहीं इसके बाद जागेश्वर धाम से सांसद द्वारा अभद्रता करने का मामला सामने आया जिसके बाद उन पर भी मुकदमा हुआ। वहीं ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें कि पर्यटकों की उत्तराखंड की पुलिस से बदतमीजी और अभद्रता के लगातार मामले सामने आ रहे हैं लेकिन पुलिस भी उनको बख्श नहीं रही है।
ऐसा ही एक ताजा मामला रामनगर से सामने आया है। बता दें कि नैनीताल के रामनगर में दिल्ली का खुद को एक राष्ट्रीय पार्टी का नेता बताना वाला व्यक्ति अपनी शीशों पर काली फिल्में चढ़ी दिल्ली नंबर की कार से आगे चल रही पुलिस की गाड़ी को सामने से हटाने के लिए हूटर बजाने लगा। इस पर पुलिस ने उसकी गाड़ी की काली फिल्म उतार कर चालान काटा और हूटर भी निकलवा दिया।
हुआ यह कि दिल्ली के राष्ट्रीय पार्टी के नेता ने रामनगर से गुजरते हुए अपनी गाड़ी का हूटर बजाया और आगे चल रही रामनगर पुलिस की गाड़ी को आगे से हटने के लिए कहा। गाड़ी में बैठे यातायात निरीक्षक आदेश कुमार ने जब नेता जी से पूछा कि गाड़ी में काली फिल्म और हूटर किसकी अनुमति से लगा है तो वह नेतागिरी दिखाने लगा और खुद को यूपी की सीमा के नादेई जसपुर का रहने वाला सरपंच गौरव चौधरी बताने लगा। इस पर पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और गाड़ी का 1500 रुपये का चालान कर दिया। साथ ही गाड़ी में लगे हूटर को भी निकलवा दिया। इस पर वह मुंह ताकता रह गया। नेता जी दिल्ली नंबर गाड़ी में सवार थे और यूपी में कही के सरपंच बता रहे थे.