देहरादून : उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा जनपद चमोली के सीमांत ब्लॉक नंदा नगर से 21 दिसंबर को एक जन जागरण रैली का आयोजन किया जा रहा है।इस रैली का मूल उद्देश्य नंदा नगर क्षेत्र की उन गंभीर समस्याओं को सामने लाना है जिन्हें सरकार द्वारा लगातार अनदेखा किया जा रहा है। रैली का नेतृत्व अंकेश भंडारी कर रहे हैं जो यूकेडी युवा नेता हैं।
यूकेडी का कहना है कि सरकार की घोषणाएँ कागज़ों तक सीमित हैं जबकि धरातल पर स्थिति बेहद चिंताजनक है। इसी उपेक्षा के कारण आज क्षेत्र की जनता के मन में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
क्षेत्र की मुख्य समस्याएँ, जिन पर सरकार का ध्यान आवश्यक
1. सड़क निर्माण में देरी
नंदप्रयाग से नंदा नगर तक डेढ़ लेन सड़क निर्माण वर्षों से अधूरा पड़ा है। देरी के कारण क्षेत्रीय जनता को निरंतर भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।अनेक गाँव आज भी सड़क संपर्क मार्ग से नहीं जुड़ पाए; इन्हें जल्द से जल्द जोड़ना अत्यंत आवश्यक है।
2. जल जीवन मिशन की विफलता
कई गाँवों तक आज भी नलों में पानी नहीं पहुँच पाया है।ग्रामीण प्रतिदिन पेयजल के संकट से जूझ रहे हैं, जो सरकार की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल उठाता है।
3. आपदा पीड़ितों की बदहाल स्थिति
आपदा प्रभावित परिवारों का विस्थापन अब तक नहीं हो पाया।
मुआवजे एवं राहत राशि का भुगतान भी अधर में अटका हुआ है।
4. शिक्षा व्यवस्था की उपेक्षा
नंदा नगर महाविद्यालय में महत्वपूर्ण विषयों का अभाव है। विज्ञान एवं वाणिज्य वर्ग की स्थापना आज तक नहीं हो पाई। शिक्षकों की भारी कमी से महाविद्यालय लगातार प्रभावित है।महाविद्यालय तक पहुँचने के लिए उचित सड़क मार्ग का न होना समस्या को और गंभीर बनाता है।
5. स्वास्थ्य सेवाओं की दयनीय हालत
उप जिला स्वास्थ्य केंद्र घोषित किए जाने के बावजूद—
डॉक्टरों, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, सफाई कर्मी, रेडियोलॉजिस्ट और लैब तकनीशियन जैसे आवश्यक कर्मी उपलब्ध नहीं हैं। CT Scan, MRI, Ultrasound, X-Ray, ECG जैसी महत्वपूर्ण मशीनों की पूर्ण कमी है। पर्याप्त बेड सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।ये सभी तथ्य सरकार की नीयत और कार्यशैली पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करते हैं।
उक्रांद की चेतावनी
इन समस्याओं के विरोध में उत्तराखंड क्रांति दल जन जागरण रैली के माध्यम से सरकार को चेतावनी देता है कि यदि अब भी सरकार नहीं चेती, तो बृहद स्तर पर जन आंदोलन छेड़े जाएंगे।
क्रांतिकारी आवाज को कोई दबा नहीं सकता—अब जनता अपनी समस्याओं के समाधान के लिए मुखर होकर ललकार रही है।
“कोदा–झंगरो खाएंगे, अब उत्तराखंड राज्य को संवारेंगे”। रैली में अंकेश भंडारी, देवेंद्र कुमार, अनुज बिष्ट, सुनील नेगी, सुनील खनेडा, राहुल पांडे, हीरा सिंह, कुंवर दानू, राहुल बिष्ट ,अर्जुन भंडारी प्रदीप भंडारी मौजूद










