दरोगाओं के निलंबन पर गरिमा का हमला, कहा- दरोगा भर्ती घोटाला तो बहाना है, पटवारी लेखपाल भर्ती से ध्यान भटकाना है

देहरादून : राज्य की भर्ती परीक्षाओं में चल रहे प्रचंड भ्रष्टाचार और घोटाले की भेंट चढ़ रहे उत्तराखंड के युवाओं की दशा और दिशा पर उत्तराखंड कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने गहरी चिंता व्यक्त की है।

गरिमा माहरा दसोनी ने कहा कि आज इन युवाओं का सामना करने के लिए हिम्मत ही नहीं हो रही है। दसौनी ने कहा कि इन युवाओं की मनः स्थिति इतनी विकट चल रही है जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।दसौनी ने कहा की घायल की गति घायल जाने और न जाने कोई यही बात उत्तराखंड के युवाओं पर लागू होती है।उनकी हालत और हताशा का अंदाजा भी शायद सत्ता में बैठे हुक्मरानों को ना हो पा रहा हो।

गरिमा ने कहा कि आज उत्तराखंड के युवाओं का भविष्य घोर अंधकारमय हो चुका है, जहां उन्हें रोशनी का कोई सुराख तक नजर नहीं आ रहा। दसोनी ने कहा कि भाजपा की शुरुआत से ही यही मोड्स ऑपरेंडी रही है कि जब जब उसकी भ्रष्टाचार को लेकर किरकिरी होती है या वह किसी मुद्दे पर चौतरफा घिरने लगती है तो वह कांग्रेस को घेरने का प्रयास करते हैं।

गरिमा दसोनी ने कहा इससे पहले भी यूकेट्रिपल एससी मामले में जैसे ही राज्य सरकार की राष्ट्रीय पटल पर बुरी तरह फजीहत हुई और एक के बाद एक भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी होने लगी तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने षड्यंत्र के तहत विधानसभा बैक डोर नियुक्तियों में जांच की बात कहकर विधानसभा कर्मियों को बलि का बकरा बना डाला।

गरिमा दसौनी के अनुसार एक बार फिर भाजपा वही कर रही है ,पटवारी लेखपाल भर्ती लीक मामले में जिस तरह से भाजपा सरकार पूरी तरह निर्वस्त्र हो चुकी है और उसकी भर्ती परीक्षाओं की प्रक्रिया से आम जनमानस का भरोसा पूरी तरह से राज्य सरकार से उठ चुका है ऐसे में इसीलिए प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए वह दरोगा भर्ती घोटाले को सामने ला रही है ताकि लोगों का ध्यान पटवारी लेखपाल भर्ती लीक से हट सके ।

गरिमा दसोनी ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि पिछले 6 सालों से सत्तासीन होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड की जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम क्यों किया?? यदि भाजपा नेतृत्व को पता चल गया था कि कांग्रेस के कार्यकाल में दरोगा भर्ती घोटाला हुआ है तो 6 साल तक आखिर किस अदृश्य शक्ति ने उन्हें यह खुलासा करने के लिए रोका हुआ था ?दसोनी ने दरोगा भर्ती घोटाले के खुलासे की टाइमिंग को लेकर भी प्रश्नचिन्ह उठाया ।

गरिमा दसोनी ने कहा की यह बदले की भावना से कि गई कार्रवाई है और भारतीय जनता पार्टी को चाहिए कि वह पिछले 22 सालों में राज्य के अंदर हुई सभी भर्तियों की सीबीआई जांच कराएं। दसोनी ने कहा कि सरकार को चाहिए कि दरोगा भर्ती में भी यदि कोई संलिप्त है तो उस पर कठोर से कठोर कार्यवाही होनी चाहिए ।

गरिमा दसौनी ने कहा की यह भी पता लगाया जाना चाहिए की उस कार्यकाल में डीजीपी कौन था डीजी लॉ एंड ऑर्डर कौन था क्योंकि उन्हीं की देखरेख में दरोगा भर्ती कराई गई थी।

दसोनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पहले तो भर्ती परीक्षाएं होती नहीं है होती है तो शत-प्रतिशत भर्ती परीक्षाओं में धांधली और भ्रष्टाचार होता है.ऐसे में प्रदेश के युवाओं का भरोसा जिस तरह से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और लोक सेवा आयोग से खत्म हो रहा है वह बहुत ही चिंतनीय है।

दसवानी ने कहा कि सरकार को चाहिए कि जल्दबाजी ना दिखाते हुए तसल्ली से पहले की भर्ती परीक्षाओं में हुए गड़बड़ियों की जांच कराएं और निकट भविष्य में होने वाली भर्ती परीक्षाओं को स्थगित करते हुए नई methodolgy से प्रश्न पत्र तैयार कर नई तारीख में पीसीएस मैंस तथा दूसरी परीक्षाएं कराएं।

 

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