देहरादून – उत्तराखंड प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में वरिष्ठ नेताओं के बीच में प्रदेश के राजनेतिक परिदृश्य को लेकर लंबा चिंतन मंथन हुआ।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष करन महारा,पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ,पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, अनुशासन समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व काबीना मंत्री नवप्रभात, धारचूला से विधायक हरीश धामी, नानकमत्ता से विधायक गोपाल सिंह राणा ,महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला, उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी ,मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ,राजनीतिक सलाहकार माननीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान इस बात को लेकर चर्चा हुई कि धामी सरकार द्वारा प्रस्तावित समान नागरिक संहिता की संविधान के अनुच्छेद 254 के अनुसार केंद्र सरकार के यूसीसी लागू होने के बाद क्या उपयोगिता रह जाएगी??
बैठक में इस बात पर भी चिंता व्यक्त की गई कि इस कानून के लागू होने के बाद सामाजिक एवं आर्थिक आरक्षण एवं परंपराओं पर क्या असर होगा ?ओबीसी एससी एसटी वर्ग को मिलने वाले आरक्षण पर समान नागरिक संहिता का पड़ने वाले असर पर भी व्यापक चर्चा की गई।
बैठक के दौरान यह भी चर्चा की गई की राज्य सरकार की रवैए को देखकर ऐसा प्रतीत होता है की धामी सरकार द्वारा अंकिता हत्याकांड की न्यायिक मौत का षड्यंत्र रचा जा रहा है। उत्तराखंड कांग्रेस ने यह तय किया है कि अंकिता हत्याकांड पर एक ठोस रणनीति के तहत पूरे प्रदेश में एक व्यापक आंदोलन चलाया जाए।
सरकारी वकील के रवैया से नाखुश अंकिता भंडारी के माता पिता के द्वारा बयान पर महिला कांग्रेस अध्यक्षा ने बैठक के दौरान बताया की महिला कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात हेतु समय मांगा है एवं कोई ठोस कदम ना उठाने पर महिला कांग्रेस इस मुद्दे पर धरना प्रदर्शन भी करेगी।
बैठक के दौरान जोशीमठ धारचूला और टिहरी में भूस्खलन, विस्थापन और पुनर्वास को लेकर आमजन में पनप रहे आक्रोश को लेकर भी रायशुमारी की गई।
गरिमा मेहरा दसौनी
मुख्य प्रवक्ता
उत्तराखंड कांग्रेस