देहरादून: रुद्रपुर के भारतीय जनता पार्टी के नगर निगम पार्षद शिव कुमार द्वारा एक नाबालिग समेत दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म के प्रयास का मुकद्दमा कायम होने से यह साबित हो गया कि कम से कम उत्तराखंड में भाजपा की धाकड़ धामी सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पूरी तरह से बेइमानी साबित हो गया है भाजपा पर.
यह प्रहार आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने आज शाम अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में किया। धस्माना ने कहा कि जिस प्रकार से पिछले तीन वर्षों में प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में एक के बाद एक जघन्य अपराध महिलाओं के खिलाफ घटित हुए और अनेक मामलों में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पादन बलात्कार व हत्या के मामलों में भाजपा के नेता संलिप्त रहे उससे यह साबित होता है कि राज्य में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा थोथा नारा है और आज पूरे प्रदेश के महिलाएं सबसे ज्यादा भयाक्रांत भाजपाई नेताओं से हैं।
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अंकिता भंडारी के मामले में हत्या बलात्कार में पूरा भाजपाई परिवार शामिल पाया गया फिर, अल्मोड़ा के सल्ट में भाजपा का मंडल अध्यक्ष भगत बोरा नाबालिग के साथ बलात्कार में नामजद हुआ, फिर चंपावत का मंडल अध्यक्ष कमल रावत महिला के बलात्कार में नामजद हुआ, फिर लाल कुंआ दुग्ध संघ का अध्यक्ष मुकेश बोरा पर बलात्कार का केस हुआ फिर हरिद्वार बहादराबाद का ओबीसी प्रकोष्ठ का सदस्य आदित्य राज सैनी नाबालिग के साथ बलात्कार में नामजद हुआ और अब रुद्रपुर का भाजपा का पार्षद नाबालिग समेत दो महिलाओं के साथ बलात्कार के केस में नामजद हुआ है जो अपने आप में बेहद शर्मनाक स्थिति है एक सत्ताधारी दल के लिए किंतु भाजपा संगठन और सरकार में सत्तासीन लोग महिलाओं के खिलाफ उनके दल के जिम्मेदारों द्वारा इस प्रकार के जघन्य अपराधों पर ना तो उनके खिलाफ ठोस कदम उठाते हैं ना ही इन कृत्यों की खुल कर निंदा करते हैं उल्टा वे शासन प्रशाशन व पुलिस में जोड़ तोड़ कर मामलों को रफ़ा दफा करने का दबाव डालते हैं।
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अब हालत इतने खराब हो चुके हैं कि प्रदेश में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रखरता से महिलाओं के खिलाफ सरकारी पार्टी के लोगों के द्वारा हिंसा बलात्कार के मामलों पर सरकार से लड़ती रहेगी।