भाजपा अनुशासित पार्टी होने का दावा करती है। लेकिन उनके कार्यकर्ता उनके इन दावों पर कई बार बट्टा लगा चुके हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट कार्यकर्ताओं को चेतावनी तक दे चुके हैं कि अनुशासन में रहे। अनुशासनहीनता करने पर कार्रवाई की जाएगी लेकिन कार्यकर्ताओं को यह बात समझ नहीं आई ।
ताजा मामला देहरादून के बीजेपी महानगर कार्यालय का है जहां रायशमारी करने पहुंचे नेताओं के बीच ही दो कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। वहीं इस मामले को कांग्रेस ने भी लपक लिया है और वह जमकर भाजपा पर निशाना साथ रहे हैं ।
दरअसल उत्तराखंड में निकाय चुनाव होने हैं जिसको लेकर कई लोगों ने दावेदारी की है बात करें देहरादून की तो 100 वार्डों में डेढ़ हजार से अधिक भाजपा कार्यकर्ता दावेदारी करने की इच्छा जाता रहे हैं। यहि हाल कांग्रेस में भी है। लेकिन हद तो तब हो गई जब भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए वह भी वरिष्ठ नेताओं के सामने। बीजेपी ने प्रदेश के सभी जिलों में रायशुमारी करने के लिए नेताओं की ड्यूटी लगाई हैं जो जिलों में जाकर दावेदारी के कागज ले भी रहे हैं वही मेयर पद के दावेदार भी कम नहीं हैं.
वहीं तभी देहरादून के एक निवर्तमान पार्षद और मंडल अध्यक्ष के बीच रायशुमारी के बीच मामला इतना गर्म हो गया की बात हाथपाई तक पहुंच गई किसी तरह से पार्टी के नेताओं ने एक दूसरे को छुड़ाया। यह खबर हवा की तरह फैल गई अब विपक्ष ने भी भाजपा पर इस घटना को लेकर निशाना साधा है।
देखने वाली बात यह होगी कि आखिर संगठन इन नेताओं को लेकर क्या फैसला सुनाता है। हालांकि इससे पहले भी प्रदेश अध्यक्ष समेत वरिष्ठ नेता कई बार चेतावनी जारी कर चुके हैं लेकिन कार्यकर्ता बाज नहीं आ रहे हैं।