देहरादून : चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के दिग्गजों का औऱ हार का सामने करने वाले प्रत्याशियों का हमला एक दूसरे पर जारी है। हार का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ा जा रहा है। एक तरफ भाजपा में सीएम को लेकर दिल्ली की दौड़ लगाई जा रही है तो दूसरी और कांग्रेस में बयानबाजी का दौर जारी है। इस बयानबाजी के केंद्र में कोई और नहीं, बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हैं। पहले प्रीतम सिंह ने उनके खिलाफ बयान दिया। उसके बाद अब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने उन पर टिकट बेचने का आरोप लगाया। इस आरोप के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत बेहद दुखी हो गए हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से खुद को निष्कासित करने की मांग की है। हरीश रावत आरोपों से बेहद आहत हैं। उन्होंने इसको लेकर सोशल मीडिया में एक पोस्ट लिखी है।
हरदा की पोस्ट…
पद और पार्टी टिकट बेचने का आरोप अत्यधिक गंभीर है और यदि वह आरोप एक ऐसे व्यक्ति पर लगाया जा रहा हो, जो मुख्यमंत्री रहा है, जो पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहा है, जो पार्टी का महासचिव रहा है और कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य है। आरोप लगाने वाला व्यक्ति भी गंभीर पद पर विद्यमान व्यक्ति हो और उस व्यक्ति द्वारा लगाये गये आरोप को एक अत्यधिक महत्वपूर्ण पद पर विद्यमान व्यक्ति व उसके सपोटर्स द्वारा प्रचारित-प्रसारित करवाया जा रहा हो तो यह आरोप और भी गंभीर हो जाता है।
यह आरोप मुझ पर लगाया गया है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस पार्टी मेरे पर लगे इस आरोप के आलोक में मुझे पार्टी से निष्कासित करे। होली बुराईयों के समन का एक उचित उत्सव है। होलिका दहन और Harish Rawat रूपी बुराई का भी इस होलिका में कांग्रेस को दहन कर देना चाहिए।