2015 दरोगा भर्ती मामला : विजिलेंस की जांच हुई तेज, परीक्षा कराने वाले लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया, जल्द होगी निलंबित दरोगाओं से भी पूछताछ

2015 फर्जी दरोगा भर्ती मामले की जांच एक बार फिर से विजिलेंस ने तेज कर दी है.बता दे कि इस मामले में 20 दरोगाओं को बर्खास्त किया गया था लेकिन अभी तक विजीलेन्स के सामने कोई नई चीज सामने नहीं आई थी। आंसर शीट को भी जला दिया गया था ऐसे में विजिलेंस के सामने यह प्रूफ करना मुश्किल साबित हो रहा था कि आखिर किन-किन दरोगाओं ने भर्ती में घोटाला किया है और नकल करके पास हुए हैं और इसमे किस किस का हाथ है।

वही मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक बार फिर से यह मामला उठ गया है विजिलेंस ने जांच तेज कर दई है और इस परीक्षा को कराने वाले 6 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है।

जी हां बता दें कि विजिलेंस जांच में परीक्षा आयोजित कराने वाले कुल छह लोगों के नाम सामने आए हैं। इन लोगों को शनिवार को विजिलेंस कार्यालय बुलाया था।दारोगा भर्ती धांधली मामले में विजिलेंस ने संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए देहरादून तलब किया। विजिलेंस निदेशक डा. मुरुगेशन ने एसपी मुख्यालय रेनू लोहानी की देखरेख में एक टीम का गठन किया है। शनिवार को टीम ने छह व्यक्तियों से पूछताछ की। विजिलेंस जल्द ही मामले के नामजद आरोपितों और निलंबित 20 दारोगाओं को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है। साक्ष्य जुटाने के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी हो सकती है।

बता दें कि ये परीक्षा उत्तराखण्ड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की ओर से कराई गई थी। पिछले साल दारोगा भर्ती धांधली का भी पर्दाफाश हुआ था।

इस मामले को हवा तब मिली जब यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में हाकम सिंह पढडा गया जो कि इस मामले का मास्टरमाइंड था और इसी मास्टरमाइंड के साथ कुछ दरोगाओं की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। दरोगाओं के साथ फोटो वायरल होने के बाद यह पक्का हो गया की भर्ती में फर्जीवाड़ा जरूर हुआ।जांच हुई तो पता चला कि 339 पदों के लिए वर्ष 2015 में हुई दारोगाओं की सीधी भर्ती में 30 से भी ज्यादा दारोगा नकल कर पास हुए हैं। यह परीक्षा पंतनगर विवि के माध्यम से आयोजित की गई थी। शुरुआती जांच के बाद विजिलेंस ने अक्टूबर 2022 के दौरान विवि के डीन (अब सेवानिवृत्त) नरेंद्र सिंह जादौन, हाकम सिंह, आरएमएस कंपनी के मालिक राजेश चौहान समेत आठ आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

विजिलेंस की शुरुआती जांच में नाम सामने आने पर जनवरी 2023 में 20 दारोगाओं को निलंबित भी कर दिया गया था। प्रकरण में अभी तक विजिलेंस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। अब इस मामले में कार्रवाई तेज कर दी गई है। विजिलेंस जांच में परीक्षा आयोजित कराने वाले कुल छह लोगों के नाम सामने आए हैं।इन लोगों को शनिवार को विजिलेंस कार्यालय बुलाया गया था। सुबह करीब 10 बजे से शाम छह बजे तक उनसे पूछताछ की गई। इसके बाद रविवार को भी इन लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इस मामले में आरोपितों के बयान दर्ज करने के लिए भी उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। साथ ही कुछ निलंबित दारोगाओं से भी जल्द पूछताछ हो सकती है।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *