अल्मोड़ा में सोमवार सुबह हुए दर्दनाक बस हादसे से उद्देश्यों समेत पूरे देश में शोक की लहर है। सीएम खुद घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे थे।
जानकारी मिली है कि सुबह करीब 7:45 बजे यात्रियों से खचाखच भरी ये बस अनियंत्रित होकर करीब 150 फुट गहरी खाई में गिरी। नैनीडांडा ब्लॉक के किनाथ से रामनगर जा रही GMOU की इस 42 सीटर बस में 63 यात्री ठूंस-ठूंस के भरे हुए थे। इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। जबकि 27 लोग घायल हैं। जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
हादसे का शिकार हुई बस में जान गंवाने वाले अधिकतर लोग वो थे जो दिवाली पर घर आए थे और छुट्टी खत्म होने पर घर पहुंचने की जल्दबाजी में पहले से भरी बस में सवार हो गए। बस ओवरलोड हो गयी और बस खाई में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे की मजिस्ट्रेयल जांच के आदेश सीएम ने दिए।
हादसे की वजह फिलहाल ओवरलोड बताई जा रही है लेकिन एक बात ये भी सामने आ रही है कि बस चालक का तनाव में होने की बात शामिल है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रामनगर अस्पताल में भर्ती एक घायल यात्री ने बताया कि बस चालक दिनेश सिंह निवासी भैरंगखाल, सल्ट मानसिक रूप से परेशान था। उसे बार-बार रुपयों के लिए फोन आ रहा था। चालक को मानसिक तनाव में देख यात्रियों ने पूछा तो उसने बताया कि ढाई लाख रुपये किसी को देने हैं। तनाव के बीच एक मोड़ पर उसने वाहन से नियंत्रण खोया और बस खाई में गिर गई।