दुनियाभर में तीसरी लहर के अलर्ट के बीच एक बार फिर से कोरोना के पांचवे न्यू वेरियंट ने दस्तक दे दी है। न्यू वेरिएंट की दस्तक से एक बार फिर से दहशत फैल गई है।. बता दें कि दुनिया भर में म्यू वेरिएंट की दस्तक से सनसनी फैल गई हैइसको लेकर WHO ने चेतावनी जारी कर दी है. WHO के मुताबिक उसके वैज्ञानिक Mu नामक एक नए किस्म के कोरोना वेरिएंट की निगरानी कर रहे हैं. WHO का कहना है कि इस वैरिएंट पर वैक्सीन भी बेअसर हो सकती है. देखिए वीडियो
दुनिया के तमाम मुल्क अभी कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से ही जूझ रहे हैं कि वायरस में हुए एक नए बदलाव ने चिंता बढ़ा दी है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दक्षिण अफ्रीका समेत कई अन्य देशों में कोराना का एक नया वैरिएंट पाया गया है जो बेहद संक्रामक हो सकता है। इस वैरिएंट से होने वाले जोखिम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह कोविड-19 रोधी वैक्सीन से मिलने वाली एंटीबॉडी सुरक्षा तक को चकमा दे सकता है।
इन देशों में दे चुका है दस्तक
रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका में मौजूद नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज और क्वाजुलु नैटल रिसर्च इनोवेशन एंड सीक्वेंसिंग प्लैटफॉर्म के वैज्ञानिकों ने कहा कि कोरोना के इस नए वैरिएंट सी.1.2 का पता मई महीने में चला था। तब से लेकर बीते 13 अगस्त तक कोरोना का यह वैरिएंट चीन, कांगो, मॉरीशस, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पुर्तगाल और स्विट्जरलैंड में पाया जा चुका है।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 की पहली लहर के दौरान सामने आए कोरोना वायरस के वैरिएंट सी.1 की तुलना में सी.1.2 अधिक बदलाव हुआ है। यही कारण है कि इसको वैरिएंट आफ इंटेरेस्ट की श्रेणी में रखा गया। अध्ययन के अनुसार सी.1.2 लाइनेज (वंशबेल) में म्यूटेशन दर हर साल लगभग 41.8 म्यूटेंट की है जो अन्य तरह के वैरिएंट की मौजूदा ग्लोबल म्यूटेशन दर से लगभग दोगुनी है।