उम्र 23 साल, वजन 150 किलो, तीन स्टार लगाए इंस्पेक्टर गिरफ्तार, करता था ये काम

 

कई अपरादी रौब दिखाने और अवैध वसूली के लिए वर्दी का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसा ही मामला यूपी से सामने आया है जहां फर्जी पुलिस वाले को अरेस्ट किया गया है जिसका वजन लगभग 150 किलो है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूपी के फिरोजाबाद की टूंडला पुलिस ने फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर को अवैध वसूली करते हुए गिरफ्तार किया गया है. आरोपी का वजन लगभग 150 किलो और उसकी उम्र 23 साल है. और इसी वजन ने उसकी पोल खोल दी। 3 साल की उम्र में इंस्पेक्टर बनना और इतना भारी भरकम शरीर होना पुलिस को नागवार गुजरा और उन्होंने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की जिसमें कई बड़े खुलासे हुए।

दरअसल, फिरोजाबाद पुलिस को काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि ताज एक्सप्रेस-वे से उतरते ही फिरोजाबाद में एक इंस्पेक्टर वाहनों से अवैध वसूली करता है. इसको लेकर आगरा सीमा से लगे टूंडला थाने की पुलिस कई दिनों से रात को चेकिंग कर रही थी.इस बीच बीती रात नेशनल हाइवे नंबर-2 पर राजा के ताल चौकी इलाके में उसाईनी गांव के पास पुलिस को चेकिंग के दौरान एक वैगनआर कार मिली. गाड़ी में पुलिस की वर्दी पर तीन स्टार लगाकर एक शख्स बैठा हुआ था. उधर, पुलिस को पहले से सूचना थी कि पुलिस का रौब दिखाकर एक शख्स कई वाहनों से अवैध वसूली कर रहा है.

जब टूंडला थानाध्यक्ष राजेश पांडेय ने कार में बैठे शख्स से पूछताछ की तो उससे उसकी पोस्टिंग के बारे में पूछा गया. युवक पुलिस को गुमराह करता रहा और जब उससे उसकी आईडी मांगी गयी तो उसने फर्जी कार्ड दिखाया. पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने थोड़ी सख्ती दिखाई तो इस शख्स ने पूरा राज खोल दिया.

दरअसल, मुकेश यादव नाम का यह शख्स गाजियाबाद का रहने वाला है. उसकी वैगनआर गाड़ी जिस पर पुलिस का बड़ा-सा स्टीकर लगा था, उसको लेकर रात में वह अपने एक-दो साथियों के संग निकलता था और प्राइवेट बसों, ट्रकों से चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली किया करता था. पुलिस ने आरोपी से पुलिस का फर्जी आईकार्ड, वर्दी, आधार कार्ड, मोबाइल फोन और 2200 रुपये नगद बरामद किए.

इस मामले में टूंडला सीओ हरिमोहन सिंह ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है. साथ ही यह जानने की कोशिश की जा रही है कि क्या इसके गैंग में और भी लोग शामिल हैं.  आरोपी के खिलाफ टूंडला थाने में विभिंन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं, आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और उसे जेल भेज दिया गया है. हालांकि, पकड़े गए फर्जी इंस्पेक्टर मुकेश यादव का कहना है कि वह टोल बचाने के लिए पुलिस की वर्दी का इस्तेमाल किया करता था.

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