देहरादून : हार के बाद कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। नेताओं के बीच रार और तकरार मीडिया के सामने साफ तौर पर आ रहा है। बयानबाजी की जा रही है. दिग्गज नेता एक दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं। साथ ही एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. हरीश रावत ने जहां सीट बदलने को लेकर दर्द जाहिर किया और खुद को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की तो वहीं उऩ्होंने बातों बातों में प्रीतम सिंह और देवेंद्र यादव पर गंभीर आरोप लगाए।
हरीश रावत कांग्रेस के इकलौते ऐसे नेता हैं जो लोगों के बीच एक्टिव रहते हैं. हरीश रावत सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहते हैं. चुनाव के दौरान वो फील्ड में रहे और कांग्रेस के लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत की लेकिन कांग्रेस के दिग्गज चेहरे जो जीते हैं उन्होंने हरीश रावत का साथ कम दिया और ना हो वो हरीश रावत के साथ चुनाव प्रचार करते दिखे। चुनाव के समय हरीश रावत ने अकेले चुनाव की कमान अपने कंधे पर ली। भले ही वो हार गए और कांग्रेस की सरकार नहीं बनी लेकिन सीटों में बढ़ोतरी हुई। हार के बाद जीते प्रत्याशी उनसे ना मिलने आए ना होली मिलन कार्यक्रम में दिखे जिससे साफ है कि अब उनके लिए हरीश रावत जरुरी नहीं हैं। और तो और अब हरीश रावत तो कांग्रेस के पोस्टर से भी गायब हो गए हैं.
बता दें कि ये नजारा देखने को मिला बुधवार को कांग्रेस भवन के बाहर। चकराता से विधानसभा चुनाव जीते प्रीतम सिंह को बधाई संदेश देने का एक बड़ा सा पोस्टर लगा हुआ था। इस पोस्टर में प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, निवर्तमान अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत तमाम नेताओं की फोटो लगी थी लेकिन इस पोस्टर से हरीश रावत गायब दिखे। जिसने पूरे चुनाव की कमान अपने कंधे में ली वो पोस्टर से गायब दिखा.
लेकिन हरीश रावत का चेहरा गायब नजर आया। इसी तरह चकराता रोड पर भी लगे कांग्रेस के पोस्टरों से हरीश रावत नदारद नजर आए।विधानसभा चुनाव 2022 में हार के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में हाहाकार मचा हुआ है। हार पर रार का आलम यह है कि कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने पूर्व सीएम हरीश रावत पर टिकट बेचने का आरोप तक लगा दिया। वहीं प्रीतम सिंह के इस पोस्टर से साफ है कि वो हरीश रावत को जरुरी नहीं समझते। दोनों के बीच रार सबके सामने आती रहीहै।