देहरादून : बीते दिनों सोशल मीडिया पर भाजपा के अधिकारिक ट्विटर हेैंडल और फेसबुक पेज पर हरीश रावत की एक एडिट फोटो वायरल की गई जिससे कांग्रेस में आक्रोश है। वहीं शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं ने उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से मुलाकात कर भाजपा के खिलाफ शिकायत की। इस शिकायती पत्र में कहा गया कि भाजपा के अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर गुरुवार रात एक ट्वीट किया गया जिसमे पूर्व सीएम हरीश रावत की फोटो से छेड़छाड़ की गई और एडिट कर सोशल मीडिया पर शेयर की गई जो कि एक समुदाय से संबंधित है। जिसमे एक संदेश भी लिखा गया है।
वहीं मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने इस शिकायत को नई दिल्ली स्थित भारत निर्वाचन आयोग को भेजी थी, जिस पर आयोग के प्रमुख सचिव राहुल शर्मा की ओर से इस पर शनिवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में आयोग ने इसे पहली नजर में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया है।
भारत निर्वाचन आयोग के प्रमुख सचिव राहुल शर्मा द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता के अनुसार कोई पार्टी अथवा प्रत्याशी ऐसी गतिविधियों में नहीं शामिल होगा जिससे विभिन्न जातियों और समुदाय में आपसी द्वेष और तनाव उत्पन्न हो। नोटिस के अनुसार आयोग के संज्ञान में आया है कि भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से हरीश रावत की तस्वीर से छेड़छाड़ कर इसे जारी किया। इसके अलावा उन्हें व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाते हुए ट्वीट भी किया गया। आयोग के अनुसार भाजपा ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
भाजपा नेता बग्गा ने दिया जवाब
इस मामले में कांग्रेस द्वारा इस कार्य के लिए आरोपित भाजयुमो नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अपना जवाब राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजा है। बग्गा ने अपने जवाब में यह कहा कि ट्वीट का उद्देश्य हरीश रावत का अपमान नहीं बल्कि उनकी तारीफ करना था। राजनीति में नेता की तुलना उससे की जाती है जो उनके आदर्श होते हैं। उसी संदर्भ में उन्होंने हरीश रावत की तुलना सर सैय्यद अहमद खान से की थी। सर सैय्यद पहले व्यक्ति थे जिन्होंने इस्लामिक यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी। हरीश रावत देश के दूसरे नेता हैं जो इस्लामिक यूनिवर्सिटी बनाना चाहते हैं। हरीश रावत यदि इस तुलना को अपना अपमान समझते हैं तो लिखित में दे दें। वह अपना ट्वीट डिलीट कर हरीश रावत से माफी मांग लेंगे।