ऊर्जा निगम और पिटकुल के प्रबंध निदेशक की जिम्मेदारी संभालने के बाद सुर्खियों में रहने वाले आईएएस दीपक रावत एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं. सोशल मीडिया पर अक्सर चर्चाओं में रहने वाले दीपक रावत एक बार फिर से एक्शन में नजर आए हैं। जी हां बता दें कि दीपक रावत ने बिजली कर्मचारियों के लिए ऐसा अनोखा फरमान जारी किया है जिससे हड़कंप मचा हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आईएएस दीपक रावत ने कर्मचारियों को बेवजह मुख्यालय से बाहर न जाने का आदेश दिया है। आदेश में कहा गया कि जब भी प्रबंध निदेशक दीपक रावत मुख्यालय में मौजूद होंगे, इस दौरान कोई भी अधिकारी और कर्मचारी मुख्यालय छोड़कर बाहर नहीं जाएगा। आदेश में लिखा कि अगर किसी को जरूरी काम से मुख्यालय से बाहर जाना है तो प्रबंधक निदेशक से इसकी अनुमति लेना जरूरी होगा। ये आदेश उन कर्मचारियों-अधिकारियों को सख्त संदेश देने के लिए जारी किया गया है, जो बेवजह दफ्तर से गायब रहते हैं। दीपक रावत की ये सख्ती एक दम सही है लेकिन इसको लेकर कई लोग सवाल ख़ड़े कर रहे हैं और कर्मचारी दीपक रावत की नीति पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
फील्ड कर्मचारियों का कहना है कि अब उन्हें बाहर जाने के लिए बार-बार प्रबंध निदेशक से अनुमति लेनी होगी, क्योंकि मुख्यालय में तैनात कई अधिकारियों-कर्मचारियों के पास फील्ड का चार्ज भी है। लिहाजा, ऐसे कर्मचारियों को दिक्कत हो सकती है। हालांकि कर्मचारियों के इस सवाल का जवाब आदेश में ही लिखा है, इसके अनुसार बहुत जरूरी होने पर कर्मचारी बाहर जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए प्रबंध निदेशक से अनुमति लेनी होगी। बहरहाल नए आदेश के बाद बिजली कर्मचारियों में हड़कंप मचा है। चार्ज संभालने के बाद आईएएस दीपक रावत ने कड़क आदेश जारी कर साफ कर दिया है कि काम में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आपको बता दें कि हरिद्वार के डीएम रहे आईएएस दीपक रावत को अब ऊर्जा निगम और पिटकुल का एमडी बनाया गया है। कहा जा रहा था कि वो इस पद पर तैनाती मिलने से नाखुश हैं। उन्हें दूसरी जिम्मेदारी देने की भी चर्चाएं थीं, लेकिन तबादले के छह दिन बाद कार्यभार ग्रहण कर उन्होंने सभी तरह के कयास पर विराम लगा दिया।