देहरादून : स्कूलों की छुट्टी के दौरान सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव अधिक देखने को मिलता है जिसके तहत देहरादून पुलिस ने नया प्लान था तैयार किया और 21 स्कूलों के साथ मीटिंग कर डीएम की परमिशन के बाद 21 स्कूलों के समय में परिवर्तन किया ताकि एक हीसमय में ट्रैफिक का दबाव ना रहे। जिसका असर भी देखने को मिला। वही स्थिति का ज्यादा लेने आज खुद देहरादून एसएसपी अजय सिंह आला अधिकारियों के साथ सड़कों पर उतरे और ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लिया।
आपको बता दें कि एसएसपी देहरादून द्वारा जारी किये गये आदेश पर परिवर्तित समय के साथ खुले 19 बडे स्कूल, 02 स्कूलो द्वारा 02 दिन बाद से समय परिवर्तन लागू करने के सम्बंध में आवेदन किया था।
सभी आलाधिकारी भी ग्राउंड जीरो पर रहे मौजूद
शहर के क्लस्टर एरिया में स्थित 21 बडे स्कूलों के खुलने व छुट्टी के समय यातायात व्यवस्था पर पडने वाले दबाव के चलते देहरादून एसएसपी ने उक्त सभी स्कूलों के समय में परिवर्तन कर यातायात के दबाव को कम करने के लिए आदेश जारी किये थे, जिसके तहत सेंट जोसेफ और कान्वेंट स्कूल को छोडकर शेष 19 स्कूलों द्वारा समय सारणी में परिवर्तन करते हुए स्कूलों को संचालित किया गया।
आज स्कूलों की समय सारणी में हुए परिवर्तन तथा उससे यातायात व्यवस्था में पडे प्रभाव का आंकलन करने के लिए देहरादून एसएसपी सहित सभी आला अधिकारी आज ग्राउण्ड जीेरो पर मौजूद रहे । इस दौरान स्कूलों के खुलने व छुट्टी के समय स्कूलों के आस-पास व मुख्य मार्गों पर यातायात के दबाव का आंकलन करने पर पाया गया कि कुछ स्कूलों द्वारा अपने स्कूलों के बाहर मुख्य मार्गों पर यातायात के संचालन के लिए कोई भी गार्ड नियुक्त नहीं किया गया है और कुछ स्कूलों द्वारा जिन गार्डों को नियुक्त किया गया है, उनके द्वारा यातायात प्रबन्धन में कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है, साथ ही स्कूल में बच्चों को लाने/ले जाने के लिये पब्लिक ट्रांसपोर्ट की तुलना में निजी वाहनो का अधिक प्रयोग किया जा रहा है, जिससे स्कूलों के आस-पास के मार्गों पर स्कूलों के खुलने तथा छुट्टी के समय यातायात का दबाव बढ रहा है।
स्कूलों के समय में किये गये परिवर्तन से छुट्टी के समय मुख्य मार्गों राजपुर रोड, नेहरू कालोनी आदि स्थानों पर यातायात का दबाव आम दिनों की तुलना में कम रहा और बलवीर रोड, कर्जन रोड आदि क्षेत्रों में सडकों के संकरा होने तथा स्कूलों में अभिभावकों के प्राइवेट वाहनों की अधिकता होने के कारण यातायात का दबाव रहा जिसके सम्बन्ध में भविष्य में सभी स्कूल संचालकों द्वारा अपने स्कूलों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढावा देने और इसके लिये अभिभावकों को प्रेरित करने के सम्बन्ध में गोष्ठी आयोजित की जायेगी, साथ ही स्कूलों के बाहर समुचित यातायात प्रबन्धन के लिये आवश्यकता अनुसार अपेक्षित गार्ड नियुक्त करने के सम्बन्ध में अवगत कराया जायेगा।
स्कूलों के समय में परिवर्तन से मुख्य मार्गों पर यातायात के दबाव में दिखे सकारात्मक सुधार की आम जनमानस और अभिभावकों द्वारा सराहना की गई। आम जन से अनुरोध है कि यातायात सुधार की दिशा में पुलिस द्वारा किये जा रहे प्रयासों में अपना सहयोग प्रदान करें।