उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बेटे सुयश रावत एक मामले को लेकर सुर्खियों में आए। जमकर फजीहत के बाद सतपाल महाराज बैकफुट पर नजर आए। मामला टिहरी झील में क्रूज बोट और याट बोट संचालन के लिए जारी किए गए टेंडर से जुड़ा है.
हाल ही में टिहरी झील में क्रूज और याट बोट संचालन के लिए आवेदन मांगे गए थे. मंत्री सतपाल महाराज के पुत्र सुयश ने भी इसमे आवेदन किया जिससे हो हल्ला मचा। विपक्ष ने इसे परिवार वाद को बढावा देना बताया।विवाद इस बात को लेकर उठ खड़ा हुआ है कि जहां प्रदेश में रोजगार को लेकर पलायन हो रहा है, वहां स्थानीय को वरीयता देने के बजाए देहरादून से एक मंत्री पुत्रको किस आधार पर वरीयता दी गई?
लोगों का कहना है कि टिहरी झील में होने वाले कार्यों को प्राथमिकता से स्थानीय लोगों को दिए जाने की बात कही गई थी, जबकि सुयश रावत का मूल निवास पौड़ी में है और उन्होंने अपना वर्तमान पता देहरादून का दिया है. विपक्ष ने जमकर निशाना साधा।
अब तमाम खबरों को देखते हुए सतपाल महाराज ने कहा कि भ्रामक खबर ना फैलाएं। उन्होंने कहा कि वो अपने बेटे से आग्रह करेंगे कि वो अपना आवेदन वापस ले ले।